चांपा की जमुना बाई ने कलेक्टर से लगाई गुहार जवाहरपारा में निर्माणाधीन मकान को कब्जा करने की शिकायत।
जांजगीर-चांपा::जाज्वल्य न्यूज़::जवाहरपारा रेलवे स्टेशन के पास करीब तीन दशक से निवास करने वाली एक महिला ने अपने पति के साथ पहुंचकर कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई। उसने कलेक्टर को एक ज्ञापन भी दिया, जिसमें उसका कहना है कि वह मजदूरी कर एक मकान बनवा रहा है, जिसे पड़ोस के दो लोगों ने कब्जा कर लिया है। जिसका विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की गई। मामले में पुलिस भी उनकी नहीं सुन रही है।
चांपा अग्रसेन चौक के पास रहने वाले जमुना बाई ने कलेक्टर को दिए आवेदन में कहा है कि वह जवाहरपारा रेलवे स्टेशन के पास शासकीय भूमि पर बीते 25-30 सालों से निवास कर रही है। वह मछली बेचकर किसी तरह परिवार का जीवनयापन कर रही है। वह मजदूरी के पैसे से वहां एक मकान बनवा रहा है, जिसे मोहल्ले के सत्यनारायण कमलेश ने अपने भाई के साथ मिलकर कब्जा कर लिया। इसका विरोध करने पर उनके परिजनों के साथ मारपीट की गई। बीच बचाव करने पर उसकी पुत्री पूर्णिमा से भी मारपीट की गई, जिसके चलते उसके सिर पर गंभीर चोटें आई है। मामले की रिपोर्ट उसने चांपा थाने में दर्ज कराई है, लेकिन पुलिस वाले उनके खिलाफ भी अपराध दर्ज कर लिया है। महिला का कहना है कि जब वो परिवार के साथ शादी में गई थी, तब घर का ताला तोड़कर उस निर्माणाधीन मकान में कब्जा किया गया है।
जमीना हमारा पुश्तैनी
इधर, इस पूरे मामले में जब हमनें सत्यनारायण कमलेश से बात की तो उसका कहना है कि जिस जमीन में अभी जमुना बाई रह रही है वह उनकी पुश्तैनी भूमि है, जिसका कागजात भी उनके पास मौजूद है। उक्त भूमि राजस्व दस्तावेजों में दर्ज है। जमुना बाई को मानवता के नाते केवल रहने के लिए दिया गया था, लेकिन अब उस भूमि पर कब्जा कर बेचने के फिराक में है। मारपीट का आरोप बेबुनियाद है, बल्कि उन्होंने ही उनके साथ गाली गलौच व मारपीट की है। बीच बचाव करते समय कुछ चोट लग गया होगा। थाने में काउंटर अपराध दर्ज है।
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