कवर्धा हिंसा के बाद हटाए गए एसपी सहित 8आईपीएस।
रायपुर: छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा के नाम पर विवाद में रहे कवर्धा जिले के एसपी मोहित गर्ग समेत 8 आईपीएस अधिकारियों का दो दिन पहले तबादला कर दिया गया है।.
इस तबादले के बाद भाजपा ने सरकार पर सवाल उठाए हैं. ट्रांसफर की लिस्ट आने के बाद बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने तंज कसा है. श्रीवास्तव का कहना हैं कि अपनी नाकामियां छिपाने के लिए सरकार अधिकारियों के ट्रांसफर कर देती है. कवर्धा में बहुसंख्यकों को दबाने का प्रयास किया गया लेकिन कार्रवाई नहीं हुई और एसपी को हटा दिया गया.
गौरतलब है कि कवर्धा विवाद पर तत्काल एक्शन न लेना एसपी मोहित गर्ग पर भारी पड़ गया था. उनकी पोस्टिंग बालोद 14वीं बटालियन में किया गया है. वहीं बालोद बटालियन से ही डॉ. सिंह को कवर्धा में तैनात किया गया है. लेकिन अब इस पर भी राजनीति होने लगी है।
ट्रांसफर सामान्य प्रक्रिया है
वहीं कांग्रेस का कहना है कि पुलिस अधीक्षकों का ट्रांसफर एक सामान्य प्रक्रिया है. लेकिन बीजेपी ने 15 सालों में कमीशनखोरी वाली सरकार चलायी है इसलिए उन्हें हर निर्णय में भ्रष्टाचार दिखाई दे रहा है।
हिंसा के बाद से थी चर्चा
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कवर्धा जिले में हुए विवाद के बाद से इस बात की चर्चा शुरू हो गई थी, जिले के एसपी को कभी भी बदला जा सकता है, ऐसे में आज जब ट्रांसफर की लिस्ट जारी कई गई तो उसमें कवर्धा के एसपी मोहित गर्ग का नाम शामिल थे।