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बीजापुर में चार नक्सली ढेर: नक्‍सलियों ने जारी किया प्रेसनोट, कहा- मुठभेड़ में मारे गए चारों संगठन के सदस्‍य

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज हिम्मत सच कहने की,जांजगीर–चांपा

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के थाना मिरतुर के पोमरा जंगल में 26 नवंबर को हुई मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए थे। उसी मुठभेड़ को लेकर नक्सलियों के पश्चिम डिवजन के प्रवक्ता मोहन ने एक प्रेस नोट जारी कर मुठभेड़ में मारे गए चारों नक्सलियों को अपना सदस्य बताया है।
नक्सली प्रवक्ता मोहन के अनुसार बीजापुर जिले के भैरमगढ़ प्रखंड पमरा गांव के पास सूचना मिलने पर पुलिस ने 26 नवंबर की सुबह सात बजे संगठन को चारों तरफ से घेर लिया। अचानक हमला कर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसका विरोध करते हुए हमारे चार साथी मारे गए। उसमें से मन्नी ओयाम, गांव बेचापाल एरिया, सीएनएम सदस्य के रूप में काम कर रहा था। दूसरा मड़काम सुकराम, गुड़सेकल गांव, बड़ेपाल पंचायत, तीसरा पुनेम चूक्की, एसी सदस्य कोत्तागूडें गांव, पुसूपाका पंचायत जिला बीजापुर डिवीजन डाक्टर विभाग में काम कर रही थी। चौथा सदस्य जिला कोंडागांव के सोगेन गांव का पार्टी सदस्य लाली माड़वी है। इन चार कामरेडों ने चार-पांच सालों से नक्सली पार्टी में काम करते हुए अपनी योगदान दे रहे थे।
जवानों ने मुठभेड़ में मार गिराए चार नक्सली, हथियार भी बरामद

मालूम हो कि बीजापुर जिले के मिरतुर थाना क्षेत्र के पामेरा के जंगल में शनिवार सुबह हुई मुठभेड़ में जवानों ने चार नक्सलियों को मार गिराया था। फोर्स ने मौके से नक्सलियों के शवों के साथ ही 303 व 315 रायफल तथा मस्कट भी बरामद किया था। बस्तर आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि पामेरा व हल्लूर के जंगल में नक्सलियों की पश्चिम बस्तर डिवीजनल कमेटी की सचिव सुमित्रा, डिवीजनल कमेटी सदस्य मोहन कड़ती, माटवाटा लोकल स्क्वायड के रमेश तथा भैरमगढ़ एरिया कमेटी के अन्य नक्सलियों के जमा होने की सूचना मिली थी।

सूचना के आधार पर मिरतुर थाने व कैंप से डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड, एसटीएफ व सीआरपीएफ के संयुक्त गश्ती दल को शुक्रवार रात को रवाना किया गया था। रातभर सर्चिंग के पश्चात सुबह जवान वापस लौट रहे थे। लगभग 7.30 बजे जब जवान मिरतुर से 14 किमी दूर पामेरा के जंगल के निकट पहुंचे तो घात लगाए नक्सलियों ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने भी तत्काल मोर्चा संभाला। कुछ देर चली मुठभेड़ के पश्चात नक्सली भाग खड़े हुए। बाद में मौके की तलाशी में काली वर्दी पहने दो पुरूष व दो महिला नक्सलियों के शव बरामद हुए। मृतनक्सलियों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। आइजी ने कहा कि मुठभेड़ में कई नक्सली घायल भी हुए हैं। उन्हें साथी नक्सली उठा ले गए।

नक्सलियों की सप्लाई चैन टूटी

आइजी सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर जिले में बीते तीन वर्ष में सात नए कैंप खोले गए हैं। इससे विकास को गति मिली है और नक्सलियों की सप्लाई चैन टूट गई है। नक्सल वारदातों में 50 प्रतिशत की कमी आई है। पत्रवार्ता में डीआइजी सीआरपीएफ एसके मिश्रा व बीजापुर पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय भी उपस्थित थे।

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