बीडी महंत के गृह ग्राम सारागांव में इकलौता ऐसा घर जहां 1951 जनसंघ की स्थापना के बाद सिर्फ बीजेपी का झंडा लगता सक्ति विधान सभा में था…सक्ती विधानसभा से पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष भुवन भास्कर यादव बीजेपी के प्रबल दावेदार…
सक्ती में यादव समाज के 22 हजार वोटर…जो प्रत्याशियों का तय करते है जीत हार…
सक्ती: सक्ति विधानसभा की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी में सारागांव नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष भवन भास्कर यादव प्रबल दावेदार के रूप में दिख रहे हैं जो आने वाले समय में सक्ति से अच्छे प्रत्याशी के रूप में हो सकते हैं. उनका सामाजिक गतिविधियों की बात करें तो 2001 से 2019 तक यादव समाज में महामंत्री 2019 से 2022 तक वर्तमान में संरक्षक का दायित्व निभा रहे हैं. वही उनके लिए सबसे बड़ा प्लस पॉइंट यह है की सक्ति विधानसभा क्षेत्र में सभी समाज से सबसे ज्यादा वोटर यादव समाज से जो लगभग 22 हजार के आसपास है. किसान पुत्र के रूप में सरल एवं मिलनसार स्वभाव होने के कारण सक्ति क्षेत्र में सबसे जाने-माने चेहरे के रूप में समाज को अपने प्रतिनिधित्व करते हैं.
वे 2007 से 2009 तक संघ मे धर्म सेना का जिला संयोजक का भी दलित निभाया है. उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो दादा स्व. अमरनाथ यादव का 1942 में भारत छोडो आंदोलन में सक्रिय योगदान रहा है. 1951 जनसंघ के स्थापना के बाद जनसंघ के ब्लॉक प्रमुख रहे, 10 वर्षों तक ग्राम सारागांव में सरपंच का दायित्व निभाए. उनके पिताजी स्व. मोहन लाल यादव जनसंघ के सदस्य जनपद एवं मण्डी सदस्य रहे, जनता पार्टी के पदेन सदस्य रहे, 1975 में आपातकाल के दौरान मिशा के तहत् जेल में रहे, अविभाजित बिलासपुर जिला संगठन में कोरबा जिला जांजगीर-चांपा जिला में जीवन पर्यन्त बिला कार्य समिति के सदस्य रहे. पत्नी श्रीमती नीलम यादव नगर पंचायत सारागांव में शिक्षिका पद पर कार्यरत है । राजनीति पारी की शुरुआत सन् 1988 में भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्य बने. 1989 से 1991 तक नगर अध्यक्ष सारागांव रहे. 1991 से 2004 तक युवा मोर्चा में मण्डल अध्यक्ष सारागांव रहे. 1991 से 2004 तक युवा मोर्चा में मण्डल उपाध्यक्ष, जिला मंत्री जैसे पदों पर हे. 2007 से 2009 तक किसान मोर्चा का सदस्य रहे. 2009 से 2018 तक सरागांव का मण्डल अध्यक्ष रहे. 2009 से विधान सभा में 3 बार बसपा प्रत्याशी सहस राम कर्ष को पराजित कर पार्षद ( सारागांव) निर्वाचित हुआ एवं कांग्रेस प्रत्याशी को पराजित कर सारागांव (नं.पं.) का उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए । 2014 मे निर्दलीय अध्यक्ष नं.पं.सारागांव को हराकर अध्यक्ष पद का दायित्व निभाया। 2014 में विद्युत व्यवस्था को लेकर चक्का जाम कर लोगों की समस्याओं से जूझते रहे ,अन्य गतिविधियों-कोरोना काल में सामाजिक संगठनों से जुड़कर दूध, फल एवं भोजन की व्यवस्था में सहयोग प्रदान किया। 2021 से सक्ती जिला बनने तक पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला जांजगीर के जिला अध्यक्ष पद का दायित्व निर्वहन किया। वर्तमान में सक्ती जिला के जिला मंत्री के पद पर कार्यरत हैं । 35 वर्षों के राजनीतिक जीवन में निस्वार्थ भाव से पार्टी के सभी कार्यों एवं आंदोलनों में सक्रिय रहा ।