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BEO विजय लहरे के संरक्षण में नकारा शिक्षकों की मनमानी चरम पर, अच्छे शिक्षकों पर पड़ता है बुरा असर ।

नवागढ़ BEO विजय लहरे के संरक्षण में, विकास खंड के दर्जनों स्कूलों में शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से नहीं कर रहे हैं। विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों के अनुसार, शिक्षकों की मनमानी और अनुशासनहीनता अब चरम पर है, जिससे शिक्षा का स्तर गंभीर रूप से प्रभावित हो रहा है। सैकड़ो शिक्षक का मेडिकल के बाद तनखा पाने चढ़ावा के बिना फाइल आगे नहीं बढ़ाने से लेकर कई गंभीर आरोप लगे है। बावजूद वो बीते 4 साल से ज्यादा समय पर beo के पद पर नियम विरुद्ध पद में बने रहे और अब शासन ने उन्हें बड़े गिफ्ट देते हुए डीईओ बना दिया निश्चित रूप यह पद किसी को जम नही रहा और इनके खिलाफ ज्वाला भड़क उठा है।

मुख्य समस्याएं:

1. कक्षाओं में उपस्थित न होना कई शिक्षकों द्वारा नियमित रूप से कक्षाओं में न पहुंचने की शिकायतें आ रही हैं। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।

2. समय कर पाठ्यक्रम का ठीक से पालन न करना:शिक्षकों द्वारा पाठ्यक्रम को समय पर पूरा नहीं किया जा रहा है, जिससे विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

3. व्यक्तिगत कार्यों में लिप्त होना: कई शिक्षक अपने व्यक्तिगत कार्यों में व्यस्त रहते हैं, जिससे उनके शिक्षण के समय में कटौती हो रही है।

4. छात्रों के साथ दुर्व्यवहार: कुछ शिक्षकों पर छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करने के आरोप भी लगे हैं, जिससे बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

 

विजय लहरे, जो कि इन शिक्षकों के प्रमुख संरक्षक माने जाते हैं, अभी तक इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। इस कारण से, शिक्षकों की मनमानी और बढ़ गई है। इस विषय पर जब उनसे बात की गई, तो उन्होंने कहा कि वे इस मामले की जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे लेकिन कब करेंगे इनका कोई हिसाब नही।

 

इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को जल्द से जल्द कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके और शिक्षा का स्तर सुधार हो सके।

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वही सम्मानित और कर्तव्य निष्ठ शिक्षकों पर इसका बुरा असर पड़ रहा है साथ ही कई शिक्षक beo लहरे की मनमानी और दुर्व्यवहार का शिकायत लगातार होते रहे हैं जिससे कई नकारा और शिक्षकों को शिक्षक सम्मान दिलाने भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है जबकि उनको मापदंड में खरे उतारने परीक्षा ली जाए तो शिक्षकों के नाम पर ये गड्ढा ही साबित होंगे ऐसे नामी शिक्षकों को संरक्षण देने की ही वजह से हुए बोर्ड परीक्षा में परिणाम जांजगीर चांपा जिला की स्थिति बहुत खराब रही है जिस तरह विजय लहरी की कई शिकायत लंबित है ऐसे में उनको डीईओ पद में प्रमोशन करना विवाद को और बढ़ा दिया वहीं कई शिक्षक संगठन के साथ उच्च अधिकारियों का शिकायतों का पुलिंदा पहुंचाया गया है ऐसे में देखने वाली बात होगी कि beo के बाद डीईओ बनने में कितनी कामयाबी मिलेगी वही अब कलेक्टर के निर्देशन पर जांजगीर चांपा के शिक्षा स्तर सुधारने उत्कृष्ट जांजगीर का योजना को अमली जामा पहनाने भरकस प्रयास किया जा रहा है जिस पर इस तरह के बेपरवाह और लापरवाह शिक्षक ग्रहण लगाने तुले हुए हैं हाल ही में beo कार्यालय बम्हनीहडीह के abeo सहित 6 कर्मचारी को कार्यालय समय से गायब होने पर नोटिस जारी की गई है वही नवागढ़ विकासखंड के प्राथमिक शाला चौड़ीपारा खोखसा स्कूल में पदस्थ शिक्षिकाओं की मनमानी के कारण वेतन कटौती की कार्यवाही की गई है। जबकि कलेक्टर द्वारा 5 दिन का कटौती का सख्त निर्देश दिया था उसके बाद भी अपनी मनमानी करने बाज नहीं आए और सिर एक दिन का ही वेतन काटने आदेश जारी किया है और अपने चहेते की बख्श दिया।

 

जबकि इनका सख्त हिदायत दी गई है कि इस तरह की पुनरावृति करने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी साथ ही ऐसे लापरवाह शिक्षकों पर कड़ी निगरानी रखते हुए प्रशासन आप नजर बनाए हुए हैं जिससे शिक्षा का सस्टार सुधारा जा सके और जांजगीर चांपा को पुनः प्रदेश के परीक्षा परिणाम में अपना उत्कृष्ट स्थान बनाया जा सके।इस खबर में सभी महत्वपूर्ण मुद्दों को संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है और समस्या की गंभीरता को उजागर किया गया है।

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