जांजगीर चांपा

सिवनी गांव के प्रथम सरपंच पंडित धर्मदत्त 60 पुण्यतिथि के अवसर पर होगा निशुल्क नेत्र शिविर।

ब्यूरो रिपोर्ट जाज्वल्य न्यूज़ जांजगीर चांपा।

सिवनी गांव के प्रथम सरपंच पंडित धर्मदत्त को गांव के लोग आज भी उन्हें याद किया जाता है. स्वर्गीय धर्म दत्त का जन्म सिवनी गांव में 1908 में जन्म हुआ और 1963 में निधन हुआ. इस दौरान धर्मदत्त पांडेय सिवनी गांव के प्रथम निर्वाचित सरपंच हुए. जिन्होंने अपने कार्यकाल में गांव के विकास के साथ-साथ न्याय प्रियता के कारण लोगों के चहेता बने रहे. इसके बाद नैला में न्याय परिषद के उपाध्यक्ष भी रहे. इस न्याय परिषद में 200 गांव के लोगों की समस्या का निपटारा होता था.

 

जिस समय देश में ऊंच नीच की भावना गांव गांव में पनप रहा था. उस समय पंडित धर्म दत्त जी की न्याय प्रियता और गांव में आपसी भाई चारा का डंका अविभाजित मध्यप्रदेश में फैला हुआ था. उन्होंने गाव और सभी समाज को एकता के सूत्र में बांधा. इस गांव में उनके रहते तक किसी तरह के अपराधिक प्रकरण थाना में दर्ज नहीं हुआ.यही वजह है कि आज भी उन्हें उनके जाने के 59 साल बाद भी उतने ही शिद्दत से याद किया जाता है और आगे भी इस परंपरा को जारी रखा जाने के संकल्पित है.

गांवों में थी अलग पहचान : पूर्व सरपंच श्रीमती बाई चौहान ने बताया कि ” धर्मदत्त पांडे का काम आज भी सिवनी गांव के लोगों के लिए अहम भूमिका बनी है. उन्होंने सामाजिक व्यवस्था के रूप में सबसे बड़ा काम कृषि के क्षेत्र में किया. गांव के प्रमुख होने के नाते उन्होंने पंचायत के अलावा अलग निगरानी कमेटी तैयार की थी. जो गांव के सभी व्यवस्था पर निगरानी रखती थी. जिसके कारण उनका न्याय पर पूरे गांव को भरोसा होता था. पक्ष विपक्ष दोनों उनके निर्णय का सम्मान करते थे.

सरपंच श्रीमति बाई चौहान ने अपील की है कि सिवनी ग्राम पंचायत एवं आसपास के ग्राम पंचायत के कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अपना सहयोग प्रदान करें एवं इतिहास के साक्षी बने साथ ही निशुल्क नेत्र जांच शिविर में आकर लाभ उठाएं।

 

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