शहर में भारी वाहन प्रवेश पर रोक और मृतक शिक्षक को मुआवजा देने की मांग,शिक्षक समूह ने सौंपा ज्ञापन।
जांजगीर-चांपा जिला मुख्यालय में शहर के रिहायशी इलाके में संचालित रायगढ़िया राइस मिल के बड़े वाहन से हुई दुर्घटना में शिक्षक लक्ष्मीकांत कश्यप की मौत के बाद शिक्षकों और स्थानीय नागरिकों में गहरा आक्रोश है। इस घटना ने पूरे शिक्षण जगत और स्थानीय समाज को झकझोर कर रख दिया है।
घटना के बाद शिक्षक समूह ने प्रशासन से कार्रवाई की मांग करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में यह मांग की गई है कि शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक शहर में भारी वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए। साथ ही, मृतक शिक्षक लक्ष्मीकांत कश्यप के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।
शिक्षक संघ की प्रमुख मांगें:
1. भारी वाहनों के प्रवेश पर समयबद्ध रोक।
2. मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा।
3. दुर्घटनाग्रस्त वाहन के मालिक और चालक पर सख्त कानूनी कार्रवाई।
4. बिना वैध लाइसेंस और कागजात के चल रहे वाहनों पर यातायात विभाग द्वारा सख्त कार्रवाई।
शिक्षक संतोष शुक्ला ने कहा, “शहर में भारी वाहनों की मनमानी से लोगों की जान जोखिम में पड़ रही है। यह समस्या जल्द नहीं सुलझाई गई तो बड़े आंदोलन की योजना बनेगी यातायात पूरी तरह से कैमरा चुकी है शहर में नाबालिक सहित बिना लाइसेंस के लोग गाड़ी में फरता भर रहे हैं जिससे की तरह के दुर्घटना होते रहते हैं और लोग शहर के भीतर आने-जाने में भयभीत है।”
शिक्षक शरद राठौर ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा, “यदि हमारी मांगों को गंभीरता से प्रशासन ले इस तरह की घटना से कई घर उजड़ चुके है शहर की भीतर बड़े वाहनों को तत्काल शाम 4:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक प्रतिबंधित किया जाए इस समय शहर में भीड़ होती है और सभी वर्ग के लोग शहरों में लेनदेन के लिए निकलते हैं इस दौरान बड़ी वाहन की चपेट में आने से कई लोग दुर्घटना की शिकार हो गए हैं शिक्षक साथी लक्ष्मीकांत कश्यप की मौत के बाद शिक्षक संघ में दुख पसरा है।”
शिक्षक समूह ने प्रशासन से जल्द कार्रवाई की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।