जांजगीर चांपा नवीन शासकीय महाविद्यालय, केरा में हिंदी दिवस समारोह अत्यंत उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. हेमचंद जांगड़े ने की, इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. बी.के. पटेल का विशेष सान्निध्य और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। हिंदी की प्राध्यापक कृष्णा यादव ने कार्यक्रम का संयोजन किया, और मंच संचालन गणित के प्राध्यापक धनेश्वर प्रसाद चंद्रा ने बड़ी कुशलता से किया।
### हिंदी भाषा का महत्व
मुख्य वक्ता डॉ. जागडे ने उद्बोधन में हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इसे जन-मन की भाषा कहा। उन्होंने कहा, “हिंदी भाषा भारत के विभिन्न हिस्सों में बोली जाती है और इसका क्षेत्र बहुत व्यापक है। भारतीय संविधान ने इसे राजभाषा का दर्जा दिया है, इसलिए हम सबका कर्तव्य है कि हम हिंदी का अधिकाधिक उपयोग करें और इसके प्रचार-प्रसार में योगदान दें।”
### अन्य वक्ताओं के विचार
वाणिज्य संकाय के प्रो. निर्मल अग्रवाल ने भी हिंदी के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए कहा, “हिंदी हमारी राजभाषा है और इसका सम्मान करना हमारा नैतिक दायित्व है।” जंतु विज्ञान की प्राध्यापक हेमपुष्पा चंद्रा ने हिंदी भाषा के महत्व पर काव्य पाठ किया, जबकि रसायन विज्ञान की प्राध्यापक प्रियंका चंद्रा ने मनमोहक गीत प्रस्तुत कर समां बांध दिया। वनस्पति विज्ञान की प्राध्यापक रिद्धि वैष्णव ने प्रसिद्ध कवि गिरिजा कुमार की कविता का सजीव पाठ किया।
भूगोल की प्राध्यापक विनीता कश्यप ने कहा कि हिंदी को बोलचाल की भाषा के रूप में अपनाने की अत्यधिक आवश्यकता है। क्रीड़ा अधिकारी प्रभात कुमार जांगड़े ने छात्रों को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दीं, जबकि ग्रंथपाल ओम प्रकाश राठौर ने हरिवंश राय बच्चन की कविता का पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
### सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से समां बांधा। खुशबू, न्यासा, और मुस्कान ने सरस्वती वंदना की सुंदर प्रस्तुति दी, वहीं लक्ष्मी बंजारे ने स्वागत गीत गाकर सभी का अभिवादन किया। दीपिका कैवर्त्य ने अपने कविता पाठ से समां बांधा, जबकि रोशनी देवांगन और जागृति मांझी ने कहानी पाठ किया। कमल देवांगन, विजय आदित्य, और योगेश कुमार ने हिंदी भाषा और उसके महत्व पर अपने विचार भाषण के रूप में प्रस्तुत किए।
### कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी दिलचंद जांगड़े ने संभाली। छात्रों के उत्साहवर्धन हेतु सभी प्रतिभागियों को कॉपी और पेन देकर सम्मानित किया गया। अंत में, हिंदी की प्राध्यापक प्रोफेसर कृष्णा यादव ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
इस हिंदी दिवस समारोह ने न केवल महाविद्यालय में हिंदी भाषा के प्रति जागरूकता बढ़ाई बल्कि छात्रों और शिक्षकों में अपार उत्साह और आनंद भी भर दिया। समारोह के बाद पूरा महाविद्यालय एक नए उल्लास से भर गया और सभी ने इस आयोजन की सराहना की।