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चिड़िया चूक गई खेत कहावत को चरितार्थ करते कृषि विभाग ने हजारों एकड़ पराली (पैरा) जलने के बाद कलेक्टर से अपील करा वाहवाही लूटने प्रयास,,

किसानो को सही मारदर्शन और उन्नत किसान बनाने कृषि विभाग में जमे गुर्गे कर रहे नाकाम,,

जांजगीर चांपा जिला कृषि प्रधान जिला के नाम से प्रदेश सहित पूरे देश में अपनी पहचान बना चुके थे अब धीरे धीरे किसानो को आलस्य और दिशाहीन करने कोई कोर कसर नही छोड़े लगातार विभाग किसानों को मोटिवेशन करने असफल रही और सीजनेबल फसल लगाने किसी तरह किसानों को प्रेरित नहीं कर पाई दलहन तिलहन लगाने कागजों में लाखों रुपए के बीज बांट कर बड़ी बंदरबाट करने सफल हो गई नही हो सके सफल तो किसानो को प्रेरित करना और हो भी कैसे सफल जिस आर ई ओ को फील्ड में उतरकर किसानों को मोटिवेशन करनी होती है वह कुंडली मार विभाग के मलाईदार जगह पर बैठकर पूरा डीडीए ऑफिस चलाने भिड़े है यहां तक की अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की एक ऊंची पहुंच रखने की बात कर दबाव बना कर पूरी तरह से हावी होकर डीडीए के आगे पीछे घूमने वाले कृषि विस्तार अधिकारी टीएल बैठक से लेकर रायपुर की मीटिंग तक जानकारी लेकर डीडीए के साथ घूमते-फिरते हैं यहां तक की किसी तरह की विभागीय कार्य में भी अपनी दखलंदाजी कर पूरी तरह से दिमक की तरह भिड़े हैं ऐसे में भला किस तरह किसान को विभाग मोटिवेशन कर सकते है अब चिड़िया चुग गई खेत की कहावत को पूरी तरह से सफल बनाने आज कलेक्टर से किसानों को पराली ना जलाने कि अपील की प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सब लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम करते हुए प्रशासन के सामने भी अपनी तत्परता दिखाने कोई असर नहीं छोड़ रहे हैं यही तत्परता एक सप्ताह पहले दिखाए रहते तो आज पर्यावरण दिवस पर हजारों एकड़ जमीन पर पड़े पैरा जलकर पर्यावरण को प्रदूषण नहीं करते और मवेशी के लिए भी पर्याप्त चारा व्यवस्था हो जाती खैर इससे कृषि विभाग को क्या लेना देना उनको तो मलाई खाने से फुर्सत नहीं है और किसानो को उर्वरक क्षमता कम होने की ज्ञान को पहले बांट दिए होते कृषि विभाग तो ना पर्यावरण प्रदूषण होता खेत की कम होती ना ही चारा पैरा की समस्या मवेशी के लिए होती अब किसानों के लिए कलेक्टर ने पहले ही सख्त हिदायत कृषि विभाग को दे दी है की खाद बीज के लिए किसी तरह की कालाबाजारी और अवध भंडारण ना किया जाए ऐसे में कृषि विभाग के जम गुरुदेव अपनी गाड़ी कमाई से नजर हटाकर नकली कीटनाशक और अवैध खाद भंडारण करने वाले के ऊपर किस तरह लगाम पाती है यह तो अब कुछ ही दिन बाद पता चल जाएगा ।

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