रजिस्ट्री कार्यालय में पीड़ितों ने मारने दौड़ाया तो जालसाज भागे पुलिस के पास,भेजे गए जेल।
ब्यूरो रिपोर्ट जाज्वल्य न्यूज़ बिलासपुर।
जालसाजी कर छुपते फिर रहे जमीन दलालों को पीड़ितों ने सोमवार को रजिस्ट्री कार्यालय के पास मारने के लिए दौड़ाया। मार से बचने के लिए जमीन दलाल भागते हुए पुलिस के पास पहुंचे।
इधर पीड़ित भी सरकंडा थाने पहुंच गए। पुलिस ने दोनों पक्ष से पूछताछ की तो जालसाजी का मामला सामने आया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर जमीन दलाल दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
सरकंडा में रहने वाली अंजना खरे ने धोखाधड़ी की शिकायत की है। महिला ने बताया कि वे मकान बनाने के लिए जमीन की तलाश कर रहे थे। इसी दौरान विज्ञापन देखकर उन्होंने चांटीडीह में रहने वाले संतोष जायसवाल से संपर्क किया। संतोष और उसके भाइयों ने सरकंडा में जमीन दिखाकर आकर्षक स्कीम बताया। उनकी बातों में आकर अंजना और उनके पति अतुलकांत खरे ने तीन लाख रुपये एडवांस दे दिए।
जमीन दलालों ने उन्हें 19 जुलाई को रजिस्ट्री के लिए बुलाया। उसी दिन संतोष और उसके भाई मोबाइल बंद कर गायब हो गए। अंजना के पति अतुलकांत ने रजिस्ट्री कार्यालय में उनके संबंध में पूछताछ की तो पता चला कि संतोष और उसके भाईयों ने कई लोगों को दूसरे की जमीन दिखाकर धोखाधड़ी की है।
सोमवार को कुछ लोगों ने संतोष और उसके भाई संदीप को रजिस्ट्री कार्यालय में पकड़ लिया। पीड़ितों ने संतोष और संदीप को मारने के लिए दौड़ाया तो वे भागकर पुलिस की गाड़ी में बैठ गए। पुलिस उन्हें बचाकर थाने ले आई। इधर पीड़त भी थाने पहुंच गए। थाने में दोनों पक्ष की बात सुनने पर धोखाधड़ी की जानकारी हुई। अंजना की शिकायत पर पुलिस ने संतोष, संदीप और उनके रिश्तेदार विपिन के खिलाफ जुर्म दर्ज कर संतोष और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है।