जांजगीर चांपा

कचहरी चौक में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण: राजनीतिक विवादों के बीच गरमाया माहौल प्रशाशन ने कहा फिर से होगा मूर्ति का विधिवत आवरण विधायक नपा अध्यक्ष और प्रशाशन क्या कहा पढ़िए सिर्फ जाज्वल्य न्यूज में।

 

जांजगीर-चांपा।कचहरी चौक में डॉ. भीमराव अंबेडकर की आदमकद मूर्ति का अनावरण 7 दिसंबर को नगर पालिका अध्यक्ष भगवान दास गढ़वाल द्वारा तय समय पर जिला के तीनों जांजगीर चांपा विधायक ब्यास कश्यप पामगढ़ विधायक श्रीमति शेषराज हरवंश अकलतरा विधायक राघवेंद्र कुमार भारी संख्या में कांग्रेसी उपस्थित रहे और हजारों की भीड़ में मूर्ति अनावरण किया गया। यह कार्यक्रम वर्षों से लंबित था, लेकिन इसके आयोजन ने राजनीतिक विवादों को जन्म दे दिया।

बीजेपी का आरोप: “कांग्रेसीकरण” का खेल

बीजेपी युवा मोर्चा ने आरोप लगाया कि मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में “कांग्रेसीकरण” किया गया है। इस आरोप के बाद नगर पालिका सीएमओ ने प्रेस नोट जारी कर कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा की।

स्थगन के बावजूद हुआ अनावरण

हालांकि, स्थगन आदेश के बावजूद तीन कांग्रेसी विधायकों की उपस्थिति में मूर्ति का अनावरण संपन्न हुआ। इस अवसर पर विधायक ब्यास कश्यप ने कहा कि यह कार्यक्रम पहले से तय था और इसे राजनीति का मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा विधिवत आमंत्रण कार्ड छपवाकर सभी को सूचना दी गई थी।

प्रशासन का विरोध और पुनः अनावरण की योजना

एसपी वैद्य और एडीएम जांजगीर ने कार्यक्रम को अनुचित बताते हुए कहा कि प्रशासन और नगरी प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। स्थगन के बावजूद अनावरण होना गलत था। उन्होंने घोषणा की कि 15 दिसंबर को प्रशासनिक स्तर पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर पुनः अनावरण किया जाएगा।

नगर पालिका अध्यक्ष का आरोप

नगर पालिका अध्यक्ष भगवान दास गढ़वाल ने सीएमओ पर बीजेपी के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सीएमओ से चर्चा के बाद ही कार्यक्रम की तिथि तय की गई थी। उन्होंने इसे सरासर राजनीति करार देते हुए कहा कि सीएमओ के खिलाफ मुख्यमंत्री और नगरी प्रशासन मंत्रालय में शिकायत दर्ज की जाएगी।

विधायक ब्यास कश्यप ने कहा कि कार्यक्रम तय समय पर हुआ है यह पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा विधि विभाग आमंत्रण कार्ड छपवाकर सबको सूचना दिया गया था एक व्यक्ति के नाम न होने के कारण यह सब राजनीती हो रहा है जबकि प्रोटोकॉल का पालन हुआ है इस कारण ही हजारों की संख्या में लोग यहां उपस्थित हुए।

आगे की स्थिति पर नजर

इस मुद्दे ने स्थानीय स्तर पर राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। प्रशासन और बीजेपी के अगले कदम पर सभी की नजरें टिकी हैं। वहीं, कचहरी चौक पर डॉ. अंबेडकर की मूर्ति का यह अनावरण अब राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है हालांकि कई बीजेपी के लोग पर्दे के पीछे से मूर्ति अनावरण को सही ठहराया है

Back to top button