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नवीन शासकीय महाविद्यालय केरा में धूमधाम से मनाया गया शिक्षक दिवस समारोह

जांजगीर चांपा

नवीन शासकीय महाविद्यालय केरा में बहुत ही हर्षोल्लास के साथ शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर बी. के.पटेल सर ने की साथ ही सभी विषयों के प्राध्यापकों की भी गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन बी एस सी द्वितीय वर्ष का छात्र कमल देवांगन द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती माता ,भारत माता और डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया।इसके पश्चात बच्चों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। तत्पश्चात कृष्णा यादव ( सहायक प्राध्यापक हिंदी)के द्वारा स्वागत भाषण प्रस्तुत किया गया जिसमें उन्होंने शिक्षक दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों और विद्यार्थियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर बी.के. पटेल सर ने डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंगों का जिक्र करते हुए विद्यार्थियों को शिक्षा के महत्व से अवगत कराया और निरंतर अनुशासन के साथ अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयत्न शील रहने के लिए कहा।अंग्रेजी के प्राध्यापक प्रोफेसर जी. एन. राट्रे ने भारतीय संस्कृति में ज्ञान की परंपरा का सविस्तार वर्णन करते हुए विद्यार्थियों को ज्ञान प्राप्ति के लिए जिज्ञासु बने रहने के लिए कहा। राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉक्टर हेमचंद जांगड़े जी ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सीखना एक जीवनभर चलने वाली प्रक्रिया है जिसके लिए एकाग्रता की आवश्यकता होती है वही प्रोफेसर निर्मल अग्रवाल (वाणिज्य संकाय) ने विद्यार्थियों को आशीर्वचन स्वरूप कहा कि शिक्षक मोम की भांति होता है जो स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाशित करता है। प्रोफेसर राकेश कर्ष (प्राध्यापक- अर्थशास्त्र) द्वारा विद्यार्थियों को आशीर्वचन स्वरूप कहा कि जीवन में गुरुजनों का सम्मान करने वाला छात्र हमेशा बेहतर इंसान बनता है। प्रोफेसर विनीता कश्यप (प्राध्याप – भूगोल) ने विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम करने के लिए कहा और वर्तमान समय का सदुपयोग करने के लिए कहा। प्रोफेसर हेमपुष्पा चंद्रा (जंतु विज्ञान)ने छात्रों को विज्ञान के महत्व पर बताते हुए कहा कि जीवन में वैज्ञानिक चिंतन को अपनाना छात्रों को बेहतर जीवन प्रदान कर सकता है। प्रोफेसर रिद्धि वैष्णव (वनस्पति विज्ञान) ने बच्चों को सेवा भावना और विनम्रता के साथ ज्ञानार्जन की बात कही और अपने मधुर स्वर में मनमोहक और प्रेरक गीत भी प्रस्तुत की। प्रोफेसर धनेश्वर प्रसाद चंद्रा (प्राध्यापक गणित) ने बच्चों को कहा कि जीवन में अनुशासन का महत्व उतना ही है जितना गणित में सूत्रों का,और अनुशासन विहीन मनुष्य जीवन में कुछ नहीं कर सकता है इसलिए उन्होंने बच्चों को अनुशासन के साथ जीवन जीने के लिए कहा। प्रोफेसर आशीष कुमार निषाद (प्राध्यापक भौतिक विज्ञान)ने बच्चों को ईमानदारी और कड़ी मेहनत के साथ लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रयासरत रहने के लिए कहा। प्रोफेसर प्रभात कुमार जांगड़े,(प्राध्यापक कीड़ा संकाय) ने खेल के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि जीवन में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए खेल आवश्यक है। पुस्तकालय विज्ञान के प्राध्यापक प्रोफेसर ओम प्रकाश राठौर ने स्वाध्याय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि छात्रों को अपने जीवन में निरंतर स्वाध्याय करते रहना चाहिए। महाविद्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर श्री अखिलेश धीवर द्वारा भी बच्चों को जिम्मेदारी के साथ पठन कार्य करते हुए शिक्षकों का सम्मान करने के लिए कहा। श्री दिलचंद जांगड़े (ऑफिस स्टाफ )द्वारा भी बच्चों को एकाग्रता के साथ अध्ययन करने के लिए कहा गया। इस तरह सभी प्राध्यापकों और कर्म चारियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया। बी ए द्वितीय वर्ष के छात्र विजय आदित्य द्वारा छत्तीसगढ़ का राजकीय गीत प्रस्तुत किया गया। वही प्रथम बी ए वर्ष की छात्रा कुश्मिता कर्ष और जागृति मांझी द्वारा भी एकल गीत प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम के अंत में प्रोफेसर राकेश कर्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति हुई। इस कार्यक्रम से पूरे महाविद्यालय परिसर में उत्साह और उमंग का माहौल बना रहा ।

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