News

शिक्षक दिवस पर कई विवादित और विभागीय दंडित शिक्षकों को कलेक्टर के आंखों में विनोबा एप रूपी धूल झोंक किया उनके ही हाथों करवा दी सम्मान कैसे बनेगी जांजगीर चांपा उत्कृष्ट।

BEO और समिति द्वारा शिक्षक सम्मान के साथ खिलवाड़ रेवड़ी की तरह नियम विरुद्ध बांट दिए अवार्ड..

देश भर में आज धूमधाम से भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के यादों में बड़ी गर्व से मनाया जाता है चूंकि शिक्षक का महत्व हम सबके जीवन की सबसे महत्पूर्ण कड़ी होती है आज हुए जिला शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक दिवस पर चयनित शिक्षकों की सूची जारी करने में विवाद उत्पन्न हुआ है। पर्याप्त आवेदन नहीं मिलने पर अधिकारी और कर्मचारी ने बिना उचित चयन प्रक्रिया के सूची जारी कर दी, जिसमें कुछ विवादित शिक्षकों के नाम शामिल हैं,जबकि उत्कृष्ट प्रधान पाठक beo कार्यालय में लंबे समय से अटैच होने के बात बिना कर्तव्य पालन के अवार्ड से नवाजे गए इन शिक्षकों के खिलाफ वेतन कटौती, उच्च कार्यालय में संलग्न होने और कारण बताओ नोटिस जैसी कार्रवाई की जा चुकी है। इनके स्कूल में अवलोकन करने सारे बाते दूध का दूध और पानी पानी हो जायेगा।

इस मामले से शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं और यह आरोप लगाया जा रहा है कि योग्य शिक्षकों को अनदेखा कर विवादित शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है। 27 शिक्षकों को विभिन्न पुरस्कारों के लिए चयनित किया गया है, जिसमें जिला स्तरीय ज्ञानदीप पुरस्कार, विकासखंड स्तरीय शिक्षादूत पुरस्कार, प्राथमिक शाला उत्कृष्ट प्रधान पाठक और पूर्व माध्यमिक शाला उत्कृष्ट प्रधान पाठक पुरस्कार शामिल हैं। सम्मान समारोह पीएम श्री आत्मानंद स्कूल क्रमांक 1 में आयोजित किया गया, जहां जिला कलेक्टर ने सम्मानित किया।

 

वही डीईओ से इस संबंध में सवाल किया गया तो उनका कहना है विनोबा एप के माध्यम से ओपन डाटा के आधार पर किया गया जबकि विभाग द्वारा दर्जनों लापरवाह शिक्षको को पुरुष्कृत कर योग्य और उत्कृष्ट शिक्षको अपमानित करने की नीति पर कार्यवाही से नकार दिया इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है की शिक्षा विभाग की कितना हांथ होगा जिससे शिक्षक सम्मान पूरी तरह शर्मशार हो गया।

 

कर्तव्य निष्ठ शिक्षको को अब पक्षपात करने वाले समिति और beo के खिलाफ कार्रवाई की कलेक्टर से उम्मीद लगाए बैठे है कलेक्टर द्वारा जिला के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता शिक्षा को बढ़ावा देने उत्कृष्ट जांजगीर चांपा को कमजोर और सफल होने में आड़ा बनने वालो दीमक के ऊपर कौन सी कीटनाशक दवाई रूपी छिड़काव जैसे कड़ी कार्यवाही कर उत्कृष्ट जांजगीर चांपा योजना को बचाने एक चुनौती खड़ा हो गया है अब देखने वाली बात है की कब तक कार्यवाही कर शिक्षकों के साथ न्याय करेगी और आने वाले समय में इस तरह पुनरावृत्ति ना हो इसे ध्यान रखा जाए।

Back to top button