अव्यवस्थाओं के बीच 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता संपन्न, “टोपी में स्टीकर” मामला सुर्खियों में।
जांजगीर-चांपा: 24वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन जांजगीर-चांपा जिले में संपन्न हुआ, लेकिन आयोजन की व्यवस्थाओं में भारी खामियां देखने को मिलीं। राज्य के विभिन्न संभागों से आए खिलाड़ियों को पानी और भोजन के लिए संघर्ष करना पड़ा। वहीं, मैदान की कमी के चलते कई खिलाड़ियों को खेलते समय चोटें भी आईं, जिससे उनके प्रदर्शन पर भी असर पड़ा।
खेल प्रभारी पी एल पांडेय पर प्रशासन मेहरबान।
खेल प्रभारी पी.एल. पांडेय, जो अपने विवादास्पद कार्यों के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं, इस बार भी सुर्खियों में आए। उन्होंने पुराने कैप में 2021 के स्टीकर को हटाकर नया स्टीकर लगाकर उसे कलेक्टर और मुख्य अतिथि को पहना दिया। इस घटना से कलेक्टर नाराज हुए और उनके निर्देश पर डीईओ द्वारा पी.एल. पांडेय को गुप्त रूप से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। देव अश्वनी भारद्वाज ने बताया कि संतुष्टपूर्ण जवाब नहीं देने पर कार्यवाही की जाएगी। अब देखने वाली बात होगी अब इस तरह के लापरवाह प्रभारी पर खेल विभाग से हटा पीटी प्रभारी को कहां पदस्थ करते है।
खेल विभाग का प्रभार लंबे समय से पी.एल. पांडेय के पास है, लेकिन उनकी गैर जिम्मेदाराना हरकतों के चलते जिला शर्मसार हो गया है। आयोजन के दौरान खिलाड़ियों के लिए रुकने की जगह और मैदान तक ट्रांसपोर्ट की उचित व्यवस्था नहीं की गई थी। बकायदा वाहन उपलब्ध कराए जाने के बावजूद, खिलाड़ी कई किलोमीटर तक पैदल चलने के लिए मजबूर हुए, जिससे उनके प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और वे विजेता बनने से वंचित रह गए। दबे पांव खिलाड़ी और कोच इस संबंध उच्च स्तरीय शिकायत करने की बात भी कह रहे हैं।
इस प्रतियोगिता में अव्यवस्थाओं की भरमार रही, जिससे खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों में निराशा फैली। अब देखना होगा कि इस घटना के बाद खेल विभाग द्वारा क्या कदम उठाए जाते हैं।