स्कूलों में पोषण वाटिका बनाने यूथ एवं इको क्लब का 2 दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न…

राष्ट्रीय आविष्कार अभियान, यूथ एवं इको क्लब अंतर्गत उच्च प्राथमिक शालाओं के शिक्षकों का नवागढ़ विकासखंड स्तरीय दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम 27 व 28 मार्च को सेजेस क्र. 1 जांजगीर में संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस 27 मार्च को कार्यक्रम का शुभारंभ बीईओ विजय लहरे व बीआरसी श्रीमती रिषीकांता राठौर के द्वारा मां सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया गया। उन्होंने सभी प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण के बारे में बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय आविष्कार अभियान यूथ एवं इको क्लब के अंतर्गत यह दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित है। जिसमें स्कूली बच्चों को स्कूल की विभिन्न गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए यूथ एण्ड ईको क्लब का गठन करते हुए अपने स्कूलों में पोषण वाटिका का निर्माण भी किया जाना है।
प्रशिक्षण के दौरान प्रथम दिवस पर एसआरजी शरद कुमार राठौर, मास्टर ट्रेनर्स राजेश कुमार सूर्यवंशी, नरेन्द्र कुमार राठौर, श्रीमती ज्योति तंबोली, श्रीमती अनिता धुर्वे, श्रीमती ज्ञानेश्वरी भैना ने सभी प्रशिक्षार्थियों को पोषण वाटिका व पर्यावरण पर चर्चा, तथा जैविक खेती , रसायन रहित कृषि पर सामूहिक प्रश्नोत्तरी के माध्यम से अपना-अपना विचार बताने को कहा गया। एसआरजी शरद राठौर द्वारा फिल्म स्क्रीनिंग, स्कूलों में पोषण वाटिका का महत्व एवं छात्रों के भविष्य के लिए एक कदम तथा बागवानी के लिए जगह एवं मिट्टी की तैयारी, जीवामृत बीजामृत संबंधी थीम पर शिक्षकों से चर्चा- परिचर्चा कर उनके विचार जाने। प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस 28 मार्च को मास्टर ट्रेनर के द्वारा प्लास्टिक और जमीन साक्षरता के बारे में सभी प्रशिक्षार्थियों को चित्र-चार्ट के माध्यम से अपने स्कूल परिसर तथा अपने घर , गांव के आसपास प्लास्टिक और प्रदूषण से संबंधित गतिविधियों एवं ग्रुप प्रदर्शन के माध्यम से अपना विचार व्यक्त करने के लिए कहा। सभी मास्टर ट्रेनरों के द्वारा हमारे दैनिक जीवन में निरंतर उपयोग में लाए जाने वाले प्लास्टिक के लाभ-हानियों, उनके दुष्प्रभावों तथा पर्यावरण को उनसे बचाव के संबंध में विस्तार से बताया तथा अपने दैनिक जीवन में उपयोग में लाने वाले विभिन्न प्लास्टिक सामग्रियों के बजाय कागज से निर्मित थैलियों का प्रयोग करने के संबंध में सभी शिक्षकों को आह्वान किया तथा प्रशिक्षण हाल में चार्ट पेपर के माध्यम से कागज के थैलियों का निर्माण करना भी सिखाया। द्वितीय दिवस ईको क्लब के गठन की प्रक्रिया बताते हुए मास्टर ट्रेनर्स राजेश कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि प्रत्येक स्कूल में क्लब का गठन करते हुए अपने स्कूल के एक निश्चित क्षेत्र विशेष पर पोषण वाटिका अर्थात बागवानी का निर्माण करना है साथ ही पूरे साल भर जल व पर्यावरण संरक्षण के लिए संकल्पित होकर गतिविधि संचालन करना है। इन सबका प्रमुख उद्देश्य छात्रों को पौष्टिक आहार के महत्व के बारे में शिक्षित करना और उन्हें स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। एस आर जी शरद राठौर द्वारा R R R व प्लास्टिक को कहे ना पर सभी शिक्षकों से चर्चा किया गया इसी क्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र जांजगीर के वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक चन्द्रशेखर खरे ने पहुंचकर खाद, बीज, पौधा, बागवानी को लेकर विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की। दो दिवसीय प्रशिक्षण को सफल बनाने में एसआरजी शरद कुमार राठौर, मास्टर ट्रेनर्स राजेश कुमार सूर्यवंशी, नरेन्द्र कुमार राठौर, श्रीमती ज्योति तंबोली, श्रीमती अनिता धुर्वे, श्रीमती ज्ञानेश्वरी भैना सहित ब्लाक भर के शिक्षक-शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा है।