@ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज हिम्मत सच कहने की,जांजगीर–चांपा।
गत दिवस ग्राम पिसौद में आयोजित नवधा रामायण में उपस्थित श्रोता समाज को सम्बोधित करते हुए छ.ग. विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि रामायण की सबसे बड़ी सीख है कि बुराई पर हमेशा अच्छाई की ही जीत होती है। जिस तरह माता सीता पर रावण ने बुरी नजर डाली और अंत में भगवान श्रीराम ने रावण को पराजित कर माता सीता को वापस पा लिया। बुराई कितनी भी शक्तिशाली या बड़ी क्यों न हो, लेकिन अपनी अच्छी नीयत और गुणों के कारण सच्चाई की ही जीत होेती है। रामायण एक महान ग्रंथ है जिसके हर पात्र से हमें शिक्षा मिलती है। रामायण में प्रभु श्रीराम ने यह बताया और सिखाया कि संसार में कोई छोटा या बड़ा नहीं होता कोई उच्च वर्ग का या कोई निम्न वर्ग का नहीं होता है। प्रभु श्रीराम वन में वनवासियों और आदिवासियों की तरह ही रहे। उनका केंवट, जटायु, संपाती, षबरी, वानर, रीछ आदि कई जनजातियों ने साथ दिया। वे कई ऋशि मुनियों के आश्रम के साथ ही आदिवासियों की झोपड़ी में भी रहे थे। संपूर्ण रामायण में हर पात्र ऊंच और नीच के विचारों से मुक्त है। भगवान श्रीराम ने अपने जीवन में सभी से समान और सम्यक व्यवहार रखा। न किसी को राजा समझा और न रंक। न शक्तिशाली समझा और न कमजोर। उन्होंने पशु और पक्षियों के साथ भी वैसा व्यवहार किया जैसे कि एक मनुष्य के साथ किया जाता है। उनका विनम्र आचरण और अपने से बड़ों और छोटों सबकों सम्मान देना हम सबकों एक सीख देता है। भगवान श्रीराम सम्पूर्ण समाज के आस्था, विश्वाश व संस्कृति के प्रतिक है। रामायण से हमें कुसंगति से बचने, बदले की भावना न रखने, धैर्य व शांति बनाये रखने की सीख मिलती है। राम और रामायण हमें अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाते है, हमें बुराई से अच्छाई का मार्ग दिखाते है, हमें अज्ञानता से ज्ञान का मार्ग प्रशस्त करते है, अधर्म से धर्म की ओर जाने का रास्ता दिखाते है। इसके पूर्व ग्राम पिसौद में नवधा स्थल पहुंचने पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का आयोजन समिति के सदस्यों ने आत्मिय स्वागत किया। चंदेल ने सर्वप्रथम विधिवत रूप से श्रीफल चढ़ाकर भगवान श्रीराम जी का पूजा-अर्चना किये। इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष विवेका गोपाल, धजाराम साहू, फिरंगी केंवट, श्यामलाल साहू, रामकिशुन केंवट, गौरीशंकर राजेष, रवि साहू, श्रीराम साहू, सतीष शर्मा सहित बड़ी संख्या में ग्राम के नागरिकगण उपस्थित थे।