लुट का पर्दाफाश पीड़ित ही निकला आरोपी

जांजगीर-चांपा : 11 लाख 79 हजार रुपये की दिनदहाड़े लूट की सनसनीखेज खबर ने जिलेभर में हड़कंप मचा दिया था, लेकिन पुलिस की सघन जांच में यह मामला पूरी तरह से फर्जी निकला।इस कथित लूटकांड में पुलिस को शुरू से ही कई बिंदुओं पर संदेह था। जब तकनीकी साक्ष्यों और बयान में विरोधाभास सामने आए, तो पुलिस ने साइबर सेल की मदद से मामले की तह में जाकर चौंकाने वाला खुलासा किया।दरअसल, इस पूरी झूठी लूटकांड की साजिश खुद कथित पीड़ित दीपेश देवांगन ने रची थी। पुलिस को दी गई जानकारी के मुताबिक, वह यूनियन बैंक चांपा में रकम जमा करने जा रहा था, तभी लूट की घटना हुई।लेकिन जांच में पता चला कि दीपेश ने किसी भी तरह की लूट का शिकार नहीं हुआ था, बल्कि कर्ज के बोझ तले दबे होने के कारण उसने खुद ही यह झूठा नाटक रचा और राशि को छिपा दिया।घटनास्थल पर कोई लूट के प्रमाण नहीं मिले, जिसके बाद जब पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी, तो वहां से 11 लाख 79 हजार 800 रुपये नकद और उसका लैपटॉप बरामद कर लिया गया।बम्हनीहडीह पुलिस ने दीपेश देवांगन के खिलाफ BNS की धारा 217 और 316(2) के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।इस मामले में एसपी विजय पाण्डेय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी और जनता से अपील की है कि ऐसे झूठे मामलों से बचें और पुलिस को सच्ची जानकारी दें, जिससे संसाधनों और समय की बर्बादी न हो।












