जांजगीर चांपा

आधार ऑपरेटरों की तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल: रोजगार संकट और लंबित भुगतान को लेकर आंदोलन,,,

 

जांजगीर-चांपा जिले के 100 से अधिक आधार ऑपरेटर अपनी मांगों को लेकर 18 नवंबर से 20 नवंबर 2024 तक तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर हैं। आधार ऑपरेटर संघ का कहना है कि यदि उनकी 7 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं हुईं, है तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे। आज जिले के आधार ऑपरेटर संघ के पदाधिकारी कलेक्टर ऑफिस पहुंचकर कलेक्टर और चिप्स के अधिकारी EDM को तीन दिवसीय हड़ताल पर जाने का ज्ञापन सौंप हैं,, समस्त आधार ऑपरेटर की हड़ताल पर जाने से पूरी तरह आधार का काम था ठप पड़ा हुआ है आम जनता को आधार कार्ड का कार्य नहीं होने से विभिन्न प्रकार की समस्या हो रही है,,,

पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश के आधार ऑपरेटर संघ ने अपनी समस्याओं को लेकर आवाज उठाई है। पूरे छत्तीसगढ़ में करीब 2000 से अधिक आधार ऑपरेटर 3 दिवसीय हड़ताल पर है

7 प्रमुख मुख्य मांगें और समस्याएं,,,

CHiPS एजेंसी के अंतर्गत पिछले 7 वर्षों से आधार पंजीयन और अपडेट का कार्य कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे UIDAI और शासन द्वारा दिए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन करते हैं, लेकिन हाल ही में जारी की गई नई गाइडलाइन्स ने उनके रोजगार को संकट में डाल दिया है।

UIDAI की नई गाइडलाइन्स और समस्याएं

1. UIDAI ने नए निर्देशों के तहत सभी आधार केंद्रों को शासकीय परिसरों में स्थानांतरित करने और CHiPS एजेंसी के माध्यम से आधार किट (लैपटॉप, फिंगर स्लैप, आईरिस स्कैनर आदि) उपलब्ध कराने की बात कही है।

2. CHiPS एजेंसी के पास ऐसी किट उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण आधार ऑपरेटरों का कार्य बंद होने की स्थिति में है।

3. कई ऑपरेटरों ने अपनी स्वयं की खरीदी हुई किट एजेंसी को निःशुल्क सौंप दी है, लेकिन इसके बावजूद उन्हें कोई स्पष्ट निर्देश या समर्थन नहीं मिला है।लंबित भुगतान की समस्या

आधार ऑपरेटरों का कहना है कि दिसंबर 2022 के बाद उनके कमीशन का भुगतान नहीं किया गया है। कई बार CHiPS सीईओ और आधार प्रोजेक्ट इंचार्ज से निवेदन करने के बावजूद उन्हें केवल आश्वासन मिला है।अन्य समस्याएं

सरकारी परिसर में आधार केंद्र संचालित करने के लिए अपनी चॉइस सेंटर छोड़ने का दबाव, जिससे अन्य कार्य प्रभावित हो रहे हैं।

रोजगार छिनने का डर और परिवारों की आर्थिक स्थिति बिगड़ने का खतरा।

आंदोलन की चेतावनी

आधार ऑपरेटर संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होंगे। यह हड़ताल न केवल ऑपरेटरों की समस्या को उजागर करती है, बल्कि आधार सेवाओं में रुकावट की स्थिति भी पैदा कर सकती है।सरकार और संबंधित एजेंसियों से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की गई है, ताकि इन ऑपरेटरों के रोजगार को बचाया जा सके और आधार सेवाओं की सुचारु व्यवस्था बनी रहे।

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