जांजगीर-चांपा जिला पंचायत में बड़ा उलटफेर: कांग्रेस की नवनिर्वाचित सदस्य उर्मिला यादव BJP में शामिल, अध्यक्ष पद पर भाजपा की जीत तय।

जांजगीर-चांपा। जिला पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 11 रसेडा से कांग्रेस की नवनिर्वाचित सदस्य उर्मिला रविन्द्र कुमार यादव ने भाजपा का दामन थाम लिया है। इससे राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं, और भाजपा की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
भाजपा को स्पष्ट बहुमत
उर्मिला यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद भाजपा के पास अब 11 सदस्य हो गए हैं, जबकि कांग्रेस के सदस्य 5 से घटकर 4 रह गए हैं। वहीं, जिला पंचायत में 2 निर्दलीय सदस्य भी हैं। कुल 17 सदस्यीय जिला पंचायत में भाजपा स्पष्ट बहुमत में आ गई है, जिससे 5 मार्च को होने वाले अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव में भाजपा का दबदबा तय माना जा रहा है।
भाजपा नेताओं ने दिलाई सदस्यता
सीआईडीसी के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रदेश भाजपा नियुक्ति प्रभारी छगन मूंदड़ा, प्रदेश त्रिस्तरीय चुनाव प्रभारी सौरभ सिंह और पूर्व नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने उर्मिला यादव को भाजपा की सदस्यता दिलाई। भाजपा नेताओं ने इसे “विकास समर्थक राजनीति की जीत” बताया।
अध्यक्ष पद भाजपा के खाते में तय!
जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित है। भाजपा से तीन महिला दावेदार हैं, जबकि कांग्रेस से प्रीति अजय दिव्य इस पद की दावेदार हैं, जो 35 वोटों से जीतकर जिला पंचायत में पहुंची हैं। लेकिन भाजपा के पास बहुमत होने के कारण अध्यक्ष पद पर उसकी दावेदारी लगभग पक्की मानी जा रही है।
उर्मिला यादव ने बताई भाजपा में जाने की वजह
भाजपा में शामिल होने के बाद उर्मिला यादव ने कहा कि वे पार्टी की रीति-नीति और विकास कार्यों से प्रभावित होकर इसमें शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा जनता की भलाई के लिए काम करती है, और वे इसी उद्देश्य से पार्टी के साथ आगे बढ़ना चाहती हैं।
उपाध्यक्ष पद पर भी भाजपा की बढ़त!
उपाध्यक्ष पद के लिए कई दावेदार सामने आ सकते हैं, लेकिन निर्विरोध चुनाव की संभावना भी जताई जा रही है। भाजपा की संख्या बढ़ने के कारण यह पद भी उसके खाते में जा सकता है।
राजनीति में बढ़ता सियासी तापमान
जिला पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए यह बड़ी राजनीतिक क्षति मानी जा रही है, जबकि भाजपा के लिए यह मजबूती का संकेत है। अब 5 मार्च को यह साफ हो जाएगा कि जिला पंचायत की सत्ता पर भाजपा पूरी तरह काबिज होती है या कांग्रेस कोई नया दांव खेलती है।