जांजगीर चांपा

पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय नवागढ़ एवं राधा कृष्ण शिक्षा समिति नवागढ़ के प्रांगण में मची गरबा रास की धूम

 

पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय नवागढ़ एवं राधा कृष्ण शिक्षा समिति नवागढ़ के संयुक्त तत्वाधान में आज दिनांक 09/10/24 दिन बुधवार को महिला प्रकोष्ठ के अंतर्गत प्रतिवर्ष की भाँति इस वर्ष भी गरबा रास का भव्य आयोजन किया गया जिसका थीम था- नये पुराने गानो का संगम। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री विजय लहरे (बी.ई.ओ.) थे। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि, वी के अग्रवाल संचालक जेएलएन कॉलेज नवागढ़, डॉ राजेश शर्मा प्राचार्य जेएलएन महाविद्यालय नवागढ़ ,डॉ रित्विक तिवारी प्राचार्य आर के एस एस नवागढ़, सुश्री सिंपल रजक (उपप्राचार्य जे एल एन कॉलेज नवागढ़) के द्वारा मां दुर्गा के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। महाविद्यालय के संचालक ने बताया कि गरबा, मां दुर्गा की अराधना, आस्था, और विश्वास का प्रतीक है व भारतीय संस्कृति में गरबा नृत्य मां भगवती को समर्पित है। इसके साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत नशामुक्ति व एड्स जागरूकता कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थिओं द्वारा पोस्टर प्रेजेंटेशन करवाया गया जिसमें प्रथम स्थान पर सोनू चंद्रा/किशन(एमएससी तृतीय सेमेस्टर), द्वित्तीय स्थान पर बी एड द्वित्तीय वर्ष व तृतीय स्थान पर हेमा लहरे(बीएससी प्रथम सेमेस्टर) को प्रमाण पत्र व शील्ड देकर पुरुस्कृत किया गया। इस कार्यक्रम में कला संकाय, विज्ञान संकाय, कम्प्यूटर विज्ञान संकाय व शिक्षा विभाग के विद्यार्थिओं ने गरबा रास में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। गरबा रास में प्रथम विजेता शिक्षा संकाय व कम्प्यूटर विज्ञान संकाय, द्वित्तीय विजेता विज्ञान संकाय व तृतीय विजेता कला संकाय के विद्यार्थी को शील्ड, प्रमाण पत्र व नगद पुरुस्कर से सम्मानित किया गया। महाविद्यालय के संचालक द्वारा अतिथि को शाल, श्री फल व मोमेंटो देकर उनको सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के अंत में डॉ अन्नपूर्णा बंसल जी संचालक आर के एस एस नवागढ़ के द्वारा आभार प्रकट कर कार्यक्रम का समापन किया गया। इस कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीमती प्रीति देवांगन के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में  तेरस दिनकर (आई क्यू ए सी प्रभारी), राजेंद्र विजयवार( राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी), डॉ भावना सोहेल, सुश्री सुसमा (खेल प्रभारी), सुश्री बबिता मधुकर, सुश्री धनेश्वरी कुर्रे,श्री प्रज्ञानंद, श्री जोहित कश्यप, श्री दीपक चंद्रा, आलोक चंद्रा , अखेन्द्र जांगड़े, सुश्री मालती बंजारे, सुश्री यशोदा शांते, ऑर्थो राठिया प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।

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