जांजगीर चांपा

सम्मान भले ही कोई उपलब्धि न दे, लेकिन यह निरंतर कार्य करने की प्रेरणा जरूर देता है।” ?

छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण विभाग, वन विभाग एवं नगर पालिका निगम द्वारा विगत 25 वर्षों से आयोजित पर्यावरण एवं पर्यटन समिति के कार्यक्रम में मुझे “छत्तीसगढ़ पर्यावरण रत्न” सम्मान से अलंकृत किया गया।

यह सम्मान न केवल मेरे लिए, बल्कि उन सभी के लिए है, जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मेरे जल, जंगल और ज़मीन से जुड़े कार्यों को सकारात्मक ऊर्जा और आत्मीय सहयोग से सशक्त किया।

मैं भलीभांति समझती हूँ कि हर कोई जीवन की व्यस्तताओं और अपनी-अपनी जिम्मेदारियों के चलते प्रत्यक्ष साथ नहीं दे सकता। फिर भी, मुझे हमेशा यह महसूस होता है कि आप सभी का अटूट विश्वास, प्रेम और अंदर से मिलने वाली शुभकामनाएँ मेरे हर प्रयास को मजबूती प्रदान करती हैं।

इसी विश्वास के साथ मैं आप सभी का हृदय से आभार प्रकट करती हूँ। ?

आपका यह स्नेह और साथ यूँ ही बना रहे, यही मेरी सच्ची कामना है।आशा है कि हम सब मिलकर एक दिन सुरक्षित, स्वच्छ और हरित धरती की ओर कदम बढ़ा सकेंगे, जिसमें आने वाली पीढ़ियाँ भी गर्व से साँस ले सकें।– काजल ?

 

 

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