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मनरेगा अधिकारी कर्मचारी संघ 2 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठकर चुनावी घोषणा को याद दिला रहे कांग्रेस सरकार को।

जाज्वल्य न्यूज़:: नवागढ़- छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले जनपद पंचायत नवागढ़ अंतर्गत कार्यरत मनरेगा कर्मचारियों द्वारा पूर्व सूचना अनुसार 4 अप्रैल 2022 दिन सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है और आज दूसरे दिन भी हड़ताल जारी रही, छत्तीसगढ़ प्रदेश में मनरेगा कर्मचारी लगभग 16 वर्षों से निरंतर अपनी सेवा दे रहे हैं बावजूद उसके उनकी आज तक किसी मांगों पर शासन प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया है इससे पहले भी कुछ महीनों पूर्व हड़ताल के माध्यम से ज्ञापन सौंपते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के चुनावी वादे को याद दिलाते हुए मांग किया गया था कि मनरेगा कर्मचारियों का भी नियमितीकरण किया जाए और उनका भी ग्रेड पे (वेतन) निर्धारित किया जाए, लेकिन पुनः चुनाव के दिन आने लगे हैं और अब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है ।
मनरेगा कर्मचारियों ने शासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो अनिश्चितकालीन धरने पर चले जायेंगे और किसी भी प्रकार के संबंधित कार्यों को संपादित नहीं करेंगे और जरूरत पड़ी तो प्रदेश स्तर पर सामूहिक रूप से इस्तीफा भी देने को तैयार हैं जिसकी समस्त जिम्मेदारी वर्तमान सत्ताधारी कांग्रेस सरकार की होगी ।
इस बीच जिला स्तर के मनरेगा अधिकारी कर्मचारी प्रत्येक दिन अलग-अलग ब्लॉकों में धरना आंदोलन में शामिल होकर ब्लॉक स्तर में हो रहे धरना का हौसला अफजाई कर रहे हैं। हड़ताल में रोजगार सहायक, सहायक ग्रेड थ्री,लेखापाल,इंजीनियर,प्रोग्रामर, कार्यक्रम अधिकारी सहित समस्त मनरेगा अधिकारी कर्मचारी शामिल है।
मुख्यमंत्री की सीट की लड़ाई की खामियाजा भुगत रहे हैं पंचायत कर्मचारी
छत्तीसगढ़ में जिस तरह सियासी लड़ाई पंचायत मंत्री और मुख्यमंत्री के बीच लगातार डेढ़ साल से कुर्सी की लड़ाई चल रही है जिसके वजह से पंचायत में पदस्थ कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितताओं फेर में पीस रहे हैं, जबकि चुनावी घोषणा में टी एस सिंहदेव ने पंचायत कर्मियों के बीच जाकर वादा किए थे जो सरकार बनने के 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी कर्मचारियों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
नवागढ़ में पदस्थ इंजीनियर विभा कुर्रे ने बताया कि मनरेगा की समस्त कर्मचारियों अपनी मांगों को लेकर 4 अप्रैल से ब्लॉक स्तर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं मांग पूरा नहीं होने की स्थिति में 11 अप्रैल से जिला मुख्यालय में आंदोलन करने बाध्य हो जाएंगे जिसकी जिम्मेदार सरकार की होगी।
हड़ताल से मजदूरों को पढ़ा सबसे ज्यादा असर
पंचायत में चल रहे हैं मनरेगा कार्य समस्त कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने की वजह से पूरी तरह ठप हो गया है जबकि वित्तीय वर्ष के पहले किए गए कार्यों की भुगतान अब तक नहीं मिल पाने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों मे शादी एवं त्योहारी सीजन होने से भारी किल्लत उठानी पड़ रही है जबकि मजदूरों के पास किसी तरह की जमा पूंजी नहीं होती शादी का निमंत्रण प्राप्त हो जाने के बाद भी रिश्तेदारो के घर पहुंच पाना मुश्किल ही नजर आ रहा है।

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