वित्तीय वर्ष के अंत में अटका नगर सेना का वेतन, होमगार्ड कमांडेंट योगिता साहू की सक्रियता से जल्द मिलेगी राहत।

जांजगीर-चांपा। जिले में नगर सेना के जवान इन दिनों वेतन न मिलने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। मार्च महीने का वेतन अब तक उनके खातों में नहीं पहुंच पाया है, जिससे उन्हें रोजमर्रा की जरूरतों के लिए उधार लेने तक की नौबत आ गई है। जवानों ने बताया कि अन्य जिलों में उनके समकक्ष साथियों को वेतन मिल चुका है, लेकिन जांजगीर-चांपा में प्रक्रिया अटकी हुई थी।सूत्रों के अनुसार, नगर सेना के जवानों के वेतन के लिए आवश्यक एलॉटमेंट विभाग को पहले ही मिल चुका है, लेकिन तकनीकी कारणों से भुगतान में देरी हुई। दरअसल, जुलाई 2024 से सभी शासकीय भुगतान ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत किए जा रहे हैं। नगर सेना के जवान नियमित कर्मचारी नहीं होने के कारण, उनका भुगतान एक विशेष प्रक्रिया के तहत किया जाता है, जिसमें प्रत्येक जवान की अलग-अलग एंट्री कर एक संयुक्त बिल तैयार किया जाता है।इस प्रक्रिया के दौरान सर्वर की अनियमितता, खासकर बीएसएनएल नेटवर्क की असुविधा, बड़ी बाधा बनी रही। सर्वर बार-बार डाउन होने के कारण एंट्री में गड़बड़ियां हो रही थीं, जिससे बिल बनाने में देरी हुई। इस समस्या की शिकायत बीएसएनएल कार्यालय में भी की गई थी।
हालांकि, होमगार्ड कमांडेंट योगिता साहू ने मामले की गंभीरता को समझते हुए लगातार मॉनिटरिंग की और तकनीकी बाधाओं को दूर कराने में सक्रिय भूमिका निभाई। उनके निर्देश पर जैसे ही 22 अप्रैल को सर्वर ठीक हुआ, तुरंत बिल को अंतिम रूप दिया गया और ट्रेजरी को भुगतान के लिए भेज दिया गया।अब उम्मीद की जा रही है कि अगले कुछ ही दिनों में जवानों के खातों में वेतन की राशि जमा कर दी जाएगी। कमांडेंट साहू ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए विभागीय स्तर पर वैकल्पिक समाधान भी तैयार किए जा रहे हैं।