जांजगीर चांपा

भूविस्थापितों को पुनर्वास लाभ देने में हो रही देरी,कलेक्टर को सौंपा अपना ज्ञापन

 

जांजगीर-चांपा। अटल बिहारी वाजपेयी ताप विद्युत गृह मड़वा तेंदुभाठा से जुड़े भूविस्थापितों की नियुक्ति प्रक्रिया में हो रही देरी ने प्रभावित परिवारों के सब्र को तोड़ दिया है। पात्रता जांच के बाद भी अब तक भूविस्थापितों को पुनर्वास लाभ या नियुक्ति नहीं दी गई है।सूत्रों के अनुसार, डंगनिया रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी द्वारा पात्र उम्मीदवारों की सूची कलेक्टर जांजगीर-चांपा को भेजी गई थी। इस सूची में कुल 100 नामित भूविस्थापितों की पात्रता जांच पूरी कर 25 अक्टूबर 2024 को मानव संसाधन विभाग को सौंप दी गई थी। बावजूद इसके, पात्र उम्मीदवारों को अभी तक नियुक्ति प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया है।भूविस्थापितों का कहना है कि 26 जून 2023 से ही दस्तावेज जमा करने की प्रक्रिया शुरू की गई थी, और प्रशासन ने कई बार शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया था। हाल ही में, 15 अक्टूबर 2024 को मुख्य अभियंता, मानव संसाधन द्वारा लिए गए निर्णय में स्पष्ट किया गया था कि पात्र उम्मीदवारों को 15 दिनों के भीतर नियुक्ति दी जाएगी। लेकिन 15 दिन से अधिक समय बीतने के बावजूद, कोई प्रगति नहीं हुई है।भूविस्थापितों ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा, “हमने सभी आवश्यक दस्तावेज और पात्रता जांच प्रक्रिया पूरी कर ली है। कलेक्टर कार्यालय ने भी अपनी रिपोर्ट जमा कर दी है। इसके बावजूद, हमारी नियुक्ति पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही। प्रशासन की उदासीनता से हमें आर्थिक और मानसिक दोनों तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।”गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से भी इस प्रकरण में शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। भूविस्थापितों ने विद्युत उत्पादन कंपनी से जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।

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