पं हरिहर प्रसाद तिवारी को मिला शील साहित्य सम्मान 2022।

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::साहित्य के क्षेत्र में अत्यंत प्रतिष्ठित एवं प्राचीनतम साहित्य संस्थान शील साहित्य परिषद जांजगीर के द्वारा साहित्यकार सम्मान समारोह एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। शील साहित्य परिषद द्वारा साहित्य सेवा सम्मान कार्यक्रम में महान भाषाविद्,शिक्षाविद्, साहित्यविद्, ज्योतिषविद् अनेकों साहित्य सम्मान से विभूषित, 1961से संस्थापित,प्राचीनतम एवं अग्रणी साहित्य संस्थान निराला साहित्य मंडल के मुख्य संरक्षक पंडित हरिहर प्रसाद तिवारी जी को उनके काव्य सृजन एवं सतत साहित्यिक अवदान के लिए शील साहित्य सम्मान 2022 से नवाजा गया।
परिषद के द्वारा साहित्य सेवा के क्षेत्र में डॉक्टर प्रहलाद राय अग्रवाल एवं उत्कृष्ट समाज सेवा के क्षेत्र में राजेश अग्रवाल शिवरीनारायण को सम्मानित किया गया।
सम्मान अवसर पर मंचस्थ विभूतियों में मुख्य अतिथि के रूप में पंडित रघुराज पाण्डेय जांजगीर, एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ प्रहलाद राय अग्रवाल जांजगीर, साहित्य पुरोधा पंडित हरिहर प्रसाद तिवारी चांपा, महान समाज सेवक राजेश अग्रवाल शिवरीनारायण, मधुसुदन शर्मा जांजगीर विशेष रूप से उपस्थित थे।
सम्मान समारोह अवसर पर डॉ रमाकांत सोनी ने मंचस्थ अतिथियों एवं सभागार में उपस्थित सभी कवि, साहित्यकारों को पंडित हरिहर प्रसाद तिवारी के अनवरत साहित्य सेवा यात्रा के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत कर अवगत कराया गया। साथ ही दिनेश रोहित चतुर्वेदी ने समाजसेवी राजेश अग्रवाल के सेवा कार्यो एवं दयानंद गोपाल ने डॉ प्रहलाद राय अग्रवाल की साहित्यिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
सम्मान समारोह में साहित्य पुरोधा पंडित हरिप्रसाद तिवारी को मुख्य अतिथि पंडित रघुराज पांडेय, एवं मंचस्थ विभूतियों के द्वारा शाल,श्रीफल, चंदन,गुलाल, पुष्पहार एवं साहित्य सेवा सम्मान पत्र प्रदान कर अत्यंत आत्मीय भाव से सम्मानित किया गया।
परिषद द्वारा मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों के हाथों अनवरत साहित्य सेवा के लिए डॉक्टर प्रहलाद राय अग्रवाल एवं समाज सेवा के क्षेत्र में राजेश अग्रवाल को शाल, श्रीफल, चंदन, पुष्पहार, एवं सम्मान पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
सम्मान समारोह के पश्चात कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के आसंदी पर विराजमान पंडित रघुराज पांडेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि साहित्य समाज का न सिर्फ दर्पण है बल्कि पथ प्रदर्शक भी है। साहित्य के बिना किसी राष्ट्र का उत्थान संभव नहीं है। साहित्य का जीवन में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है।
इस अवसर पर साहित्य सेवा सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार पंडित हरिहर तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि कवि, साहित्यकारों को कुछ भी लिखना रचना करना उचित नहीं है। यह वास्तविक साहित्य सेवा नहीं है रचनाकारों को सार्थक रचना करनी चाहिए ।लघु नाटक, प्रहसन, निबंध गीत, गजल, कहानी को भी अपनी रचनाओं में विशिष्ट स्थान देना चाहिए।
शील साहित्य परिषद द्वारा आज मुझे साहित्य सेवा के लिए सम्मानित करने पर मैं अत्यंत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं । मुझे कई जगह साहित्य सेवा के लिए सम्मानित किया गया है परंतु मैं आज अपने गृह जिले में सम्मानित होकर अत्यंत आनंदित हूं और शील साहित्य परिषद जांजगीर के प्रति मैं कृतज्ञता, आभार व्यक्त करता हूं।
उद्बोधन अवसर पर मंचस्थ डॉक्टर प्रहलादराय अग्रवाल ने कहा जो हित साधन करता है वह साहित्य है साहित्य उस रचना को कहते हैं जो लोकमंगल का विधान करती है।
उद्बोधन अवसर पर पंडित मधुसूदन शर्मा ने साहित्य की महत्ता,उपयोगिता एवं प्रभावशीलता पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किए। प्रमुख समाज सेवी राजेश अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि समाज सेवा से परम आनंद की अनुभूति प्राप्त होती है। जो मनुष्य प्रत्यक्ष रूप से प्रकृति एवं समाज की सेवा करता है उसे जीवन में कोई तीर्थ करने की आवश्यकता नहीं होती हैं।
सम्मान समारोह के पश्चात द्वितीय चरण में परिषद के द्वारा काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें मंचस्थ अतिथियों सहित प्रबुद्ध साहित्यकार ईश्वरी यादव, डॉ रमाकांत सोनी,प्रमोद आदित्य, संतोष कश्यप, दिनेश रोहित चतुर्वेदी, घनश्याम शर्मा भैयालाल नागवंशी, महेश राठौर मलय एवं रविंद्र द्विवेदी द्वारा रोचक काव्य का पाठ किया गया। कार्यक्रम का अद्भुत एवं उत्कृष्ट, काव्यमय संचालन दयानंद गोपाल एवं आभार प्रदर्शन शील साहित्य परिषद के सचिव विजय राठौर के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम अवसर पर डॉ विजय राठौर, ईश्वरी प्रसाद यादव, दिनेश रोहित चतुर्वेदी, संतोष कश्यप, डॉ रमाकांत सोनी,घनश्याम शर्मा, रविन्द्र द्विवेदी,महेश राठौर मलय,प्रमोद आदित्य,मदन तिवारी नई दुनिया,मंच संचालक गोपालजी, चन्द्रशेखर तिवारी, डॉ अनिल तिवारी ज्योतिषी सहित बडी संख्या में साहित्यकार,कविगण मौजूद थे।
उक्त आशय की जानकारी देते हुए निराला साहित्य मंडल के प्रधान सचिव रविंद्र द्विवेदी ने बताया कि वरिष्ठ, प्रबुद्ध, साहित्य पुरोधा, साहित्य सृजक पंडित हरिहर प्रसाद तिवारी को शील साहित्य सम्मान 2022 से नवाजे जाने पर, समन्वय साहित्य समिति बिलासपुर, निराला साहित्य मंडल चांपा, निराला महिला मंडल चांपा, अक्षर साहित्य परिषद चांपा, महादेवी साहित्य संस्थान चांपा, सहित अंचल जिले एवं प्रदेश के कवि,साहित्यकारों में खुशी की लहर व्याप्त है।

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