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अथरिया कुर्मी समाज भवन में कभी शराब दुकान तो कभी बिरियानी(चखना) सेंटर खोलने से हो रही है समाज की बदनामी।

जांजगीर-चांपा::जाज्वल्य न्यूज़::जिला मुख्यालय जांजगीर अकलतरा रोड स्थित अथरिया कुर्मी भवन को निजी हित साधने कभी वर्षों तक शराब दुकान चलाने के लिए किराया में दे दिया गया था। अभी वर्तमान में बिरयानी (चखना) सेंटर चलाने के लिए समाज के मुखिया द्वारा सामाजिक अनुमति के बिना निजी स्वार्थ पूर्ति के लिए दे दिया गया है, जबकि आज पर्यंत तक समाज हित के लिए कोई भी किराया से मिला राशि उपयोग नहीं किया गया है। पूर्व में शराब दुकानों से लाखों रुपए की आय होने के बाद भी कभी समाजिक कार्यों में समाज के ठेकेदारों द्वारा फूटी कौड़ी नही दिया गया। जिस कारण आर्थिक अभाव के कारण कहीं पर भी अथरिया कुर्मी सामुदायिक भवन का निर्माण नही हो सका। समाज की कुरीतियों को दूर कर एक नए समाज का निर्माण करने के लिए पदाधिकारी का चयन किया जाता है।पदाधिकारी और ज़िम्मेदार लोग ही चंद पैसे की लालच और निजी स्वार्थ में भवन को इस तरह के कार्य के लिए आंख बंद कर सौंप दिया जाए तो समाज को क्या आईना दिखाएंगे। कुछ वर्षों पहले कथित समाज के मुखिया द्वारा अपने निजी स्वार्थ सिद्ध करने शराब दुकान चलाने की एकाधिकार चलाया। तो वहीं वर्तमान मुखिया द्वारा भी तू आगे-आगे मैं पीछे-पीछे के कहावत को सिद्ध करते हुए चखना सेंटर खोलने की अनुमति दे दिए हैं। समाज के मुखिया का हमेशा एक बड़ा दायित्व होता है और अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए समाज में कुरीतियों को मिटाते हुए नए सामाज का निर्माण करने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन यहां तो सामाजिक कुरीतियों को बढ़ाकर सिर्फ समाज की बदनामी कराने में तुले हुए हैं। वही समाज के कुछ जिम्मेदार लोग इस कार्य को लेकर बेहद खफा नजर आ रहे हैं, क्योंकि समाज को एक नए समाज निर्माण के दिशा में बढ़ाने के लिए कुछ ही दिन पूर्व सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती समारोह में समाज के नए पदाधिकारियों चयन कर समाज निर्माण करने और सामाजिक कुरीतियों को दूर करने समाज के सभी पदाधिकारी की उपस्थिति में शपथ लिया गया कि एक नए स्वच्छ समाज बनाएं जिससे समाज में हो रहे कुरीतियों को दूर कर अन्य समाज के लिए प्रेरणादायी बने।
बड़ी दुर्भाग्य की बाते समाज के लिए
चुने गए जनप्रतिनिधि भी नही करा पाए कोई भी समाजिक कार्य।
अब तक स्वजातीय लोगो को समाज की अग्रणी कार्य करने चुना गया लेकिन सामाज हित में कोई भी कार्य कराने किसी ने दिलचस्पी नहीं नही दिखाए ना पद में रहते किसी ने समाज को आगे बढ़ाने कोई कार्य योजना बना पाए। जबकि जांजगीर चांपा विधनसभा कुर्मी बाहुल्य होने के बाद भी राजनीति तुष्टिकरण के वज़ह से कोई आज तक विधायक तो नही बन पाए, पिछले 10 वर्षो 4 लोग जिला पंचायत सदस्य चुन कर आए, जिसमे अथरिया कुर्मी समाज से सुरजब्यास कश्यप, श्यामा गोविंद कश्यप, नरेन्द्र कौशिक, उमा सोनी कुमार कश्यप, इसमें पंचायतीराज के सर्वोच्च पद सूरजब्यास ने जिलापंचायत अध्यक्ष पद पर पांच वर्ष रहे, लेकिन चुने गए लोगो ने समाज हित में किसी प्रकार के उपलब्धि हासिल नहीं कर पाए बल्कि अपना राजनीति रोटी ही सेकते रहे। सामाज हित का कोई चिंता नहीं किए जिससे समाज को आगे बढ़ाया जा सके, कहीं ना कहीं इन ज़िम्मेदार लोगो के वज़ह से सामाज पिछड़ते गए।

वर्तमान में समाज में चुने गए पदाधिकारियों पर नए और बड़ी जिम्मेदारी है समाज हित में प्रेरणादायक कार्य कर अन्य समाज के सामने एक मिशाल कायम कर सकें, और समाजिक कुरीतियां का पुरजोर विरोध कर सही दिशा में समाज को आगे बढ़ाए जिससे समाज का उत्थान हो सकें।

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