जांजगीर चांपा

जांजगीर-चांपा में अमानक मिठाइयों का गोरखधंधा — खाद्य सुरक्षा विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में प्रशासनिक दखल की आवश्यकता।

जांजगीर-चांपा में अमानक मिठाइयों का गोरखधंधा — खाद्य सुरक्षा विभाग की चुप्पी सवालों के घेरे में प्रशासनिक दखल की आवश्यकता।

जांजगीर-चांपा त्यौहारों के मौसम में जिले भर की मिठाई दुकानों में अमानक और नकली मिठाइयों की भरमार हो गई है। मिलावटी मावे और कृत्रिम रंगों से तैयार ये मिठाइयाँ खुलेआम बेची जा रही हैं, मगर खाद्य सुरक्षा विभाग आंखें मूंदे बैठा है।जानकारी के अनुसार, अब तक जिले में एक भी सैंपल जांच की कार्यवाही नहीं की गई है।जबकि नियम के अनुसार प्रत्येक त्यौहार से पहले सैंपल जांच कर रिपोर्ट तैयार की जाती है, लेकिन जांजगीर-चांपा में यह प्रक्रिया सिर्फ खाना-पूर्ति और कमीशन के सहारे चल रही है।

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, जिले में खाद्य विभाग की मिलीभगत से नकली मिठाइयों का बड़ा गोरखधंधा चल रहा है, जिससे आमजन के स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

नकली मिठाई — नुकसान और किसमें क्या मिलाया जाता है (सपाट बॉक्स)

नोट: नीचे दिया गया विवरण जनता को सचेत करने के लिए है — त्यौहार में खरीदते समय सतर्क रहें और शक होने पर स्थानीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी/जिला प्रशासन को शिकायत करें।

नकली मिठाई से संभावित स्वास्थ्य नुकसान

पेट दर्द, उल्टी और दस्त (खराब गुणवत्ता व बैक्टीरिया/किसी रसायन के कारण)।

एलर्जी और स्किन रिएक्शन (रंग/कनजारवाले एजेंट से)।

लिवर और किडनी पर दीर्घकालिक असर (भारी धातु/कुछ क्लीनिंग केमिकल्स के सेवन से)

हार्मोनल असंतुलन या गर्भवती महिलाओं/बच्चों के लिए विशेष जोखिम।

मधुमेह या हाई बीपी वाले लोगों के लिए अनियोजित शुगर/नमक असर डाल सकता है।

हृदय-रक्तवाहिका संबंधी जोखिम यदि ट्रांस-फैटी या हानिकारक वसा मिलाई गई हो।आमतौर पर किन-किन चीज़ों का मिलावट होता है

पनीर / खोया / दूध आधारित उत्पादों में)

पानी मिलाना (वजन बढ़ाने के लिये)।

गुरुतर चीज़ें चीनी या स्टार्टर्स से दूध किण्वित कर नकली खोया/पनीर बनाना।

क्रीम/दूध पाउडर/वसा का सस्ता मिश्रण (गुणवत्ता घटाने के लिये)।

रंग या गंध बढ़ाने वाले कृत्रिम पदार्थ।

कबाड़/रिफाइंड तेल या रिफाइंड वसा मिलाकर लागत घटाना।

सामान्य मिठाइयों (लड्डू, हलवा, बर्फी, जलेबी आदि)

मिलावट: कपड़ा/स्टार्च/मिक्सिंग एजेंट (वजन व बनावट के लिये)।

सस्ता तेल/घटिया घी (घी की जगह)।

कृत्रिम रंग, फ्लेवर्स और मीठास बढ़ाने वाले सस्ते शुगर-सिरप।

मावा/खोया के स्थान पर दूध पाउडर + रिफाइंड फैट।

सस्ते शक्कर के पदार्थ या नाममात्र का मिलान करने वाले रसायन।

ड्राई फ्रूट व सजावट में

प्लास्टिक जैसे चमकदार कोटिंग या सस्ते रंग।

नकली या मिलावटी ड्राईफ्रूट (सस्ते नट्स या पल्प)

खरीदार के लिए त्वरित पहचान के उपाय

गंध और स्वाद: असामान्य तेज रसायन­ जैसी गंध या बहुत ज्यादा मीठा/कड़वा।

बनावट: अति चिकना/स्मुद/किसी तरह का स्टिक-फिल्मी कोटिंग।

दिखावटी रंग: अनप्राकृतिक चमकदार रंग (खासकर पीला/लाल)

मोल/पैकेजिंग: बिना मैन्युफैक्चरर/बेस्ट-बिफोर/लाइसेंस की जानकारी के पैकेट।

दाम बहुत कम: असामान्य रूप से सस्ता हो तो सावधान रहें।

छोटा टेस्ट घर पर: पानी में थोड़ा सा घोलें — असामान्य तलछट या रंग अलग दिखे तो शक है।

क्या करें — शिकायत और सुरक्षात्मक कदम

खरीदते समय बिल/रसीद और पैकेज रखें।

शक होने पर दुकान से खरीद लौटाएं और लिखित रूप में शिकायत माँगे।

स्थानीय खाद्य सुरक्षा कार्यालय / जिला प्रशासन या उपभोक्ता फोरम को शिकायत करें।

गंभीर संदेह हो और स्वास्थ्य प्रभावित हो तो डॉक्टर से संपर्क करें और घटना दर्ज कराएँ।

वहीं, जब इस विषय पर खाद्य सुरक्षा अधिकारी अपर्णा शुक्ला से बात करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने फोन तक नहीं उठाया।
उनकी चुप्पी ने विभागीय कार्यप्रणाली पर और भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

Back to top button