दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के कृष्णा यादव चला रही विशेष अभियान
दिव्यांग बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के कृष्णा यादव चला रही विशेष अभियान ताकि उन्हें समान अवसर मिल सकें और वे समाज में समर्पण और सम्मान के साथ जीवन जी सकें वे जावेद आबिदी फेलोशिप के अंतर्गत समावेशी शिक्षा पर शोध कार्य कर रही हैं और दिव्यांग बच्चों के स्कूल में नामांकन के लिए जागरूकता अभियान चला रही हैं।उनका मानना है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के लागू होने के बाद प्रत्येक बच्चे को विद्यालय में नामांकन प्राप्त करने का अधिकार है।इसके बावजूद भी नवागढ़ ब्लॉक के ग्रामीण इलाकों में दिव्यांग बच्चों का सही उम्र में दाखिला। नहीं होने से वे शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। यह उन बच्चों के भविष्य के लिए नुकसानदायक है शिक्षा हर बच्चे का मौलिक अधिकार है दिव्यांग बच्चों को भी अनिवार्य रूप से शिक्षा मिलनी चाहिए इन अभियानों का उद्देश्य है:. **समावेशी शिक्षा**: सामान्य स्कूलों में दिव्यांग बच्चों को दाखिला दिलवाना ताकि वे मुख्यधारा की शिक्षा प्राप्त कर सकें।
**विशेष शिक्षकों की नियुक्ति**: दिव्यांग बच्चों की विशेष जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति। **सुविधाओं का विस्तार**: स्कूलों में रैंप, ब्रेल लिपि की किताबें, सुनने के उपकरण आदि की व्यवस्था करना। **अभिभावकों की जागरूकता**: माता-पिता को बच्चों की शिक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करना और उन्हें प्रोत्साहित करना। *नियमित स्वास्थ्य जांच**: बच्चों के स्वास्थ्य का नियमित जांच और आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करना। **वित्तीय सहायता**: सरकार और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा वित्तीय सहायता और छात्रवृत्ति प्रदान करना। **विशेष पाठ्यक्रम**: दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष पाठ्यक्रम और शैक्षणिक सामग्री तैयार करना।
इन अभियानों का लक्ष्य है कि दिव्यांग बच्चों को मुख्यधारा की शिक्षा से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर और समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाया जा सके।