जांजगीर चांपा

वाह रे बीडीएम अस्पताल के कर्मचारी तुम नहीं सुधरोगे तुम्हे तो लोगो की जान से खेलने की आदत सी हो गई है लापरवाही ने ली फिर एक युवक की जान।

जांजगीर-चांपा बीडीएम अस्पताल चांपा में लापरवाही के कारण एक सड़क हादसे में घायल युवक की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल रवि मरार को परिजन और स्थानीय लोग तुरंत बीडीएम अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन वहां न तो बेड उपलब्ध कराया गया और न ही तात्कालिक इलाज शुरू किया गया।करीब 2 घंटो तक घायल युवक अस्पताल के फर्श पर पड़ा रहा और ड्यूटी में मौजूद कर्मचारी तमाशबीन बने रहे। देर से बिना प्राथमिक उपचार के रिफर बिना ऑक्सीजन वाले एंबुलेंस से जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया और अस्पताल पहुंचने से पहले रास्ते में रवि मरार 34 वर्ष की मौत हो गई।परिजनों का आरोप है कि अगर बीडीएम अस्पताल में समय पर प्राथमिक उपचार मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी।गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी बीडीएम अस्पताल चांपा में लापरवाही का मामला सामने आया था, जिसमें वार्डबॉय और नर्स की गलती से मासूम बच्ची की मौत हो गई थी। उस घटना में दो नर्स को निलंबित किया गया था, लेकिन वार्डबॉय को संरक्षण के चलते कार्रवाई से बचा लिया गया था।इस नई घटना ने एक बार फिर बीडीएम अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि ड्यूटी में लापरवाह रहे कर्मचारियों पर तत्काल सस्पेंशन की कार्रवाई की जाए चूंकि लगातार एक डॉक्टर जो अंगद की तरह पर जमे नामी डॉक्टर जो अस्पताल के काम अपने निजी क्लिनिक में करते हुए कई बार पाए गए ऐसे लापरवाही के बाद बच निकले  जिनके संरक्षण में लापरवाह कर्मचारियों खूब फल फूल रहे हैं। उन पर ट्रांसफर हो ऐसे लोगों की मांग है।

 

 

Back to top button