
जांजगीर-चांपा : गांधी प्रतिमा की दुर्दशा, हाथ टूटा और दरारें – जयंती पर कांग्रेस नेताओं ने अर्पित किए पुष्प
देखरेख के अभाव में खंडित हुई प्रतिमा, विधायक ने नई प्रतिमा स्थापना की घोषणा की
जांजगीर-चांपा जिले के बाजारपारा स्थित गांधी चौक में महात्मा गांधी की प्रतिमा अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रही है। कंक्रीट से बनी इस प्रतिमा का हाथ टूट चुका है और जगह-जगह दरारें स्पष्ट दिख रही हैं। बावजूद इसके, गांधी जयंती पर गुरुवार को कांग्रेस नेताओं ने इसी खंडित प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
यह प्रतिमा वर्ष 1994 में स्थापित की गई थी, लेकिन वर्षों से इसकी नियमित देखरेख नहीं होने से हालात बदतर हो गए हैं। कांग्रेस जिला कार्यकारिणी अध्यक्ष रमेश पैगवार ने कहा कि “जब मैं नगर पालिका अध्यक्ष था, उस समय प्रतिमा की नियमित देखरेख की जाती थी। पिछले कुछ वर्षों में प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण यह स्थिति बनी।”
इधर, कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप ने प्रतिमा की दुर्दशा पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि “आगामी 30 जनवरी (महात्मा गांधी पुण्यतिथि) पर अपने निधि से भव्य प्रतिमा की स्थापना कराई जाएगी।”
शहरवासियों का कहना है कि यह हाल सिर्फ प्रशासन की लापरवाही नहीं बल्कि राजनीतिक उदासीनता का भी नतीजा है। सबसे विडंबना यह है कि शहर के सबसे वीआईपी इलाके हसदेव बिहार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, जहां भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के नेता, सोशल मीडिया और फेसबुकिया नेताओ की भरमार है और कई सरकारी जिम्मेदार कर्मचारी रहते हैं, वहीं गांधी चौक की दुर्दशा की सुध किसी ने नहीं ली। प्रतिमा के आसपास कचरे का अंबार भी साफ दिखाई देता है, जो गांधी जी की स्वच्छता की सोच के बिल्कुल उलट है।
स्थानीय लोग तंज कसते हैं कि गांधी जी कहते थे “बुरा मत देखो, बुरा मत सोचो, बुरा मत करो”, लेकिन यहां नेता और प्रशासन तीनों ही बातों पर आंख मूंदे बैठे हैं।
गांधी जी की शिक्षाओं और आदर्शों की बात करने वाले राजनीतिक दल और जिम्मेदार अधिकारी प्रतिमा की इस दुर्दशा के लिए सीधे तौर पर कठघरे में खड़े हैं।












