जांजगीर चांपा

जांजगीर-चांपा से इस वक्त की बड़ी खबर… कृषि विभाग पर 18 करोड़ से ज्यादा की बंदरबांट का गंभीर आरोप…डीएमएफ फंड के दुरुपयोग का मामला एक बार फिर तूल पकड़ता नजर आ रहा है…

जांजगीर-चांपा से इस वक्त की बड़ी खबर… कृषि विभाग पर 18 करोड़ से ज्यादा की बंदरबांट का गंभीर आरोप…डीएमएफ फंड के दुरुपयोग का मामला एक बार फिर तूल पकड़ता नजर आ रहा है…

इस बार मामला किसानों के नाम पर करोड़ों की खरीदी का है… लेकिन खरीदी गया सामान न सिर्फ अनुपयोगी निकला, बल्कि तीन गुना कीमत पर खरीदा गया…

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के जांजगीर दौरे के दिन ही मामला गरमा गया… किसानों और कांग्रेस विधायक ब्यास कश्यप ने कृषि विभाग पर सीधा आरोप लगाया कि विभाग ने गेहूं और मसाले के कम उत्पादन वाले इस जिले में, अंधाधुंध तरीके से आटा चक्की, ग्रास कटर और बैटरी स्प्रेयर मशीनें खरीदीं…

विधायक का कहना है – जो उपकरण खरीदे गए हैं, वह किसानों की ज़रूरत के बिल्कुल उलट हैं… और ये सारा खेल डीएमएफ फंड के नाम पर किया गया है…

ब्यास कश्यप, कांग्रेसी विधायक, जांजगीर-चांपा

ब्यास कश्यप ने इस मामले में राज्य सरकार से तत्काल जांच की मांग की है… और चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे.हैरानी की बात ये है कि जब मीडिया ने इस मामले को उठाया तो कृषि विभाग की ओर से कलेक्टर के नाम पर भ्रामक जानकारी फैलाई गई… लेकिन ऊपर से डांट पड़ने के बाद भी जिम्मेदार अफसरों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई…अब सवाल ये उठता है — क्या जिले में किसानों के नाम पर सरकारी योजनाओं की लूट यूं ही चलती रहेगी? क्या इस पूरे मामले में किसी पर जवाबदेही तय होगी या फिर ये घोटाला भी कागज़ों में ही दफ्न हो जाएगा…?

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