जांजगीर चांपा

बूंद बूंद से चलता जीवन

बूंद बूंद से चलता जीवन

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बूंद बूंद से चलता जीवन

जल बड़ा अनमोल है

बिन इसके मानव जीवन

दीपक बिना तेल है

कल्पना करें एक बार सभी

बिन जल क्या है जीवन

तरसेे बूंद बूंद के लिए जब हम

देखे आंखों से नष्ट होता जीवन

ना हो सके साफ सफाई

आपस में लड़ेंगे भाई भाई

ना कर पाएंगे नहाना धोना

पालेंगे कैसे कोई जानवर

नहीं मिलेगी दूध दही मलाई

जीव जंतु हो जाएंगे नष्ट

अपनी करनी पर मानव को

बहुत मिलेगा फिर कष्ट

पीने के लिए जब जल ना होगा

आपस में फिर लड़ना होगा

एक-एक करके एक दिन

तड़प तड़प के मरना होगा

जीवन चाहे अगर आप तो

अभी आज सुधारना होगा

बूंद बूंद की कीमत समझे

जल सुरक्षित रखना होगा

बूंद बूंद को अमृत माने

सोच समझ खर्च करना होगा

जल बचाने के लिए अब

साथ मिलकर चलना होगा

बूंद बूंद से चलता जीवन

यह नारा बुलंद करना होगा

बूंद बूंद से चलता है जीवन

यह नारा बुलंद करना होगा…

प्रतीक्षा सिंह (व्याख्याता)

शासकीय हाई स्कूल मुलमुला

जिला जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़

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