
लाखों की लूट में पुलिस को सफलता,जेल में हुई दोस्ती और कीटनाशक दुकान के नाबालिग कर्मचारी निकला मास्टरमाइंड।
जांजगीर-चांपा : नैला रेलवे स्टेशन के पास 6 सितंबर की रात को कीटनाशक दवा व्यापारी से हुई लूट की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। व्यापारी ने उस समय 7 लाख रुपये की FIR दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस कार्रवाई में आरोपियों से 10 लाख से अधिक नकद राशि, हथियार और 3 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं
पुलिस ने इस मामले में 1 अपचारी बालक सहित कुल 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है।
नाबालिग ने रची साजिश
जांच में खुलासा हुआ है कि लूट का मास्टरमाइंड वही नाबालिग था, जो कीटनाशक दुकान में काम करता था। उसे व्यापारी के पैसों की जानकारी थी। उसने गणेश विसर्जन के दिन को लूट के लिए चुना और अपने साथियों को इंस्टाग्राम के जरिए सूचना दी।
जेल में हुई थी दोस्ती
गिरफ्तार आरोपियों में से दो की दोस्ती जेल के भीतर हुई थी। वहीं, लूट के बाद भागते समय सभी आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए थे। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी पहले भी बोड़सरा शराब भट्टी की लूट सहित अन्य मामलों में फरार रह चुके हैं।
गिरफ्तार आरोपी
1. मुकेश सूर्यवंशी, पिता श्रीराम सूर्यवंशी, उम्र 19 वर्ष, वार्ड नंबर 02 दर्रीपार, नैला चौकी नैला।
2. नितेश पंडित, पिता उमेश पंडित, उम्र 21 वर्ष, निवासी अमोरा, थाना मुलमुला, जिला जांजगीर-चांपा।
3. एक विधि विरुद्ध संघर्षरत बालक (नाबालिग)।
फरार आरोपी : चन्दन सूर्यवंशी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
व्यापारियों को मिली सीख
इस पूरे मामले ने व्यापारियों के सामने एक बड़ा सबक भी छोड़ दिया है। केवल सस्ते मजदूर के लिए नाबालिगों को दुकानों पर काम में रखना गंभीर खतरा साबित हो सकता है। आगे से व्यापारियों को शपथ लेकर यह सुनिश्चित करना होगा कि वे बाल मजदूरी नहीं कराएंगे, बल्कि युवाओं और जिम्मेदार लोगों को ही काम में लगाएंगे।