धान सफाई के बाद अब डभराखुर्द स्कूल में बच्चों से कराई जा रही मजदूरी तो परसापाली स्कूल में टॉयलेट सफाई का वीडियो वायरल, शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल।
जांजगीर-चांपा जिले के बम्हनीडीह विकासखंड में शिक्षा की हालत पर सवाल खड़े करने वाली तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं। कभी स्कूल के बच्चों से धान की सफाई कराई जाती है, तो कभी शौचालय मरम्मत व सफाई। अब प्राथमिक शाला डभराखुर्द का नया वीडियो वायरल हुआ है, जिसने शिक्षा तंत्र की पोल खोल दी है।वीडियो में मासूम बच्चे तपती धूप में फावड़ा उठाकर रेत, गिट्टी और सीमेंट मिलाते दिखाई दे रहे हैं। आरोप है कि यह काम प्रधानपाठक पीतांबर कुर्रे ने कराया। पढ़ाई और खेलकूद की उम्र में बच्चों के हाथ में किताब की जगह फावड़ा थमा देना हर किसी को झकझोर रहा है।इसी तरह शासकीय प्राथमिक शाला परसापाली पोड़ी शंकर का भी वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें प्रधानपाठक मुन्नालाल कुर्रे और चपरासी संकीर्तन नायक के कहने पर बच्चे शौचालय साफ करते दिख रहे हैं।याद दिला दें कि कुछ दिन पहले इसी ब्लॉक में बच्चों से धान की सफाई कराए जाने का वीडियो भी सामने आया था। शिक्षा देने वाली संस्था में बच्चों को मजदूर बना देना कहीं से भी न्यायसंगत नहीं है।लगातार हो रही इन घटनाओं से पालकों और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है – “जहां बच्चों को ज्ञान की रोशनी मिलनी चाहिए, वहां उन्हें मजदूरी में झोंका जा रहा है, यह उनके भविष्य और अधिकारों से बड़ा खिलवाड़ है।”फिलहाल यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। पालकों ने दोषी शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। बीईओ रत्ना थवाईत से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन पक्ष सामने नहीं आया। अब शिक्षा विभाग पर कड़ी कार्रवाई का दबाव है, अन्यथा पालकों ने बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।Beo रत्ना थवाईत ब्लॉक के शिक्षा विभाग को संभालने हई नाकाम खुर्द प्राथमिक शाला में मजदूरी करते बच्चे इन पर कार्यवाही की लटक रही तलवार
पोड़ीशंकर परसापाली प्राथमिक स्कूल में बाथरूम साफ करते बच्चे












