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धुरकोट पंचायत सचिव को डीएससी भुगतान में दुरुपयोग करने पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने थमाया कारण बताओ नोटिस।

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज हिम्मत सच कहने की,जांजगीर–चांपा

जनपद पंचायत नवागढ़ अन्तर्गत ग्राम पंचायत हाथीटिकरा में स्ट्रीट लाइट वर्ष 2020 में लगाया गया था जो तत्कालीन सरपंच सनत कुमार साहू के द्वारा एवं जवाहर लाल मरावी ने मिलकर प्रकाश साहू द्वारा स्ट्रीट लाइट का भुगतान करा दिया गया एवं आज पर्यंत वर्तमान सरपंच सचिव को बिल व्हाउचर नहीं दिया गया है वर्तमान सरपंच तिहारू राम पटेल द्वारा लगातार लिखित मांग के बावजूद नहीं देने के बाद उन्होंने, जनचौपाल सहित विभागीय अधिकारी को इस संबंध में लिखित रूप से अवगत कराया गया था आज ढाई साल बीत जाने के बाद पूर्व सरपंच सचिव एवं डी.एस.सी.के दुरुपयोग करने वाले प्रकाश साहू


को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा कारण बताओ 24,11,2022 को नोटिस जारी करते हुए 28,04, 2022 को बिल व्हाउचर एवं समस्त अभिलेखों के साथ उपस्थित होकर जवाब देने कहा गया है जवाब से संतुष्ट ना होने और अनुपस्थित होने के स्थिति में एक तरफा कार्यवाही की जाएगी। आपको बता दें कि इस तरह धुरकोट पंचायत में पदस्थ सचिव के ऊपर ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार 14वे वित्त व 15वे वित्त योजना अन्तर्गत के अनेकों कार्यों में डी.एस .सी. का दुरुपयोग कर लाखो रुपए का फर्जी भूगतान का मामला सामने आया था साथ पंचायत भवन में उपस्थित रहने के बजाय ग्रामीणों को अपने काम कराने के लिऐ जांजगीर का चक्कर लगाना पड़ता है। प्रकाश साहू द्वारा पंचायत सचिव होने के बाद भी केरा रोड में संचालित पूर्व में आशा कंप्यूटर के नाम से ऑन लाइन सेंटर के माध्यम से वर्षों से एवं वर्तमान में लोगो के साथ प्रशासन के आंखो में धुल झोंकने के मंशा से आदिशक्ति कंप्यूटर्स के नाम से संचालित कर रहे है

जहां प्रकाशसाहू द्वारा ही डी.एस.सी.से भुगतान एवं जन्ममृत्यु, प्रिया–सॉफ्ट सहित पंचायत से जुड़े कार्य ही कराया जाता है,जहां रोज दर्जनों सरपंच सचिव का जमावड़ा रहता है अधिकतर ग्राम पंचायतों के द्वारा डी.एस.सी. को प्रकाश साहू के दूकान में ही महीनों भर रखते है और भूगतान किया जाता है साथ ऑफिस संचालन के लिऐ एक नौसिखिया ऑपरेटर रखा हुआ है,जिसमें स्टेशनरी सहित अन्य निर्माण कार्य जनरल सप्लायर के फर्जी बिल लगाकर भुगतान कर पंचायतों को थमा दिया जाता है। जिससे सरपंच सचिव संदेह के घेरे में रहते हैं और मनमाने तरीका से डी. एस.सी. भुगतान कर दिया जाता है कई शिकायतों के बाद आज पर्यंत तक इन पर किसी तरह की कार्यवाही ना होने से इनके हौसले बुलंद है और ग्राम पंचायतों के राशी का चूना लग रहा हैं। साथ ही ग्राम पंचायतों में पदस्थ सचिव के ऊपर भी सवालिया निशान लग रहे है कि आखिर कंप्यूटर प्रशिक्षित होने के बाद भी पंचायत में डी.एस.सी भुगतान दूसरे के माध्यम से कराया जाना कितना उचित है।देखने वाली बात यह होगी इस पर किस तरह कार्यवाही किया जायेगा या पूर्व के भांति व्यक्तिगत लाभ कमाने या फर्जी भूगतान को बढ़ावा देने संरक्षण देकर छोड़ दिया जायेगा।

अभिमन्यु साहू उपसंचालक जिला पंचायत ने कहा कि इस मामले में 3 लोगो को पक्ष जानने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है समस्त अभिलेखों के साथ उपस्थित होने कहा गया है जांच उपरांत शिकायत सही पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी और ऑनलाइन सेंटर संचालित करने वाले सचिव के ऊपर जांच कर निलंबन के कार्यवाही की जाएगी।

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