अंतराष्ट्रीय रेसलर द लायन प्रतीक का गृहग्राम अमोरा में हुआ स्वागत।
ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::मौत के मुकाबला में नेपाल से जीतकर भारत का नाम रोशन करने के बाद रेसलर प्रतीक तिवारी आज पहली बार अपने गृहग्राम अमोरा (महंत) पहुंचे। जहां समर्थकों एवं दोस्तों ने आतिशबाजी कर एवं पुष्पाहार से उनका भव्य स्वागत किया। यहां नवधा पंडाल में उपस्थित ग्रामवासियों एवं आसपास के गांवों से पहुंचे जनसमुदाय को संबोधित करते हुये प्रतीक ने नेपाल के प्रतिभागी अमित के साथ हुये मुकाबले का अनुभव बताया। इसके बाद उन्होंने अपनी जीत का श्रेय ग्रामवासियों को देते हुये कहा कि आज मैं जो कुछ भी हूं , इस गांव के बदौलत ही हूं। यहीं से जन्म लेकर मैंने प्रारंभिक शिक्षा भी ली। मेरे शरीर के खून का एक – एक कतरा इस मिट्टी का कर्ज उतारने को हमेशा तैयार रहेगा। आप सभी के दुआ और आशीर्वाद से ही आज मैं भारत का प्रतिनिधित्व करते हुये नेपाल को हराकर अपने गांव / जिला / प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सका हूं। अंत में उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुये कहा कि आप हर काम बखूबी से कर सकते हैं। बशर्ते आपमें उस काम को करने की प्रबल इच्छा और दृढ़ संकल्प हो। ऐसा करने में निश्चित रूप से सफलता आपकी कदम चूमेगी।
थाना प्रभारी पांडेय ने दी बधाई
इस मौके पर नवागढ़ थाना प्रभारी निरीक्षक विवेक कुमार पांडेय ने प्रतीक के निवास अमोरा पहुंचकर भारत वर्सेस नेपाल के मुकाबले में भारत की ओर से प्रतीक को जीत की बधाई देते हुये उनका कुशलक्षेम जाना और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये इसी तरह से मुकाबला जीतकर प्रदेश और देश का नाम रोशन करने का शुभाशीष प्रदान किया। निरीक्षक पांडेय ने इसके बाद उनसे मौत के मुकाबले में होने वाली कठिनाई / अनुभव और डेथ मैच की हर एक छोटी बातों पर विस्तृत चर्चा की। वहीं मुहल्लेवासी भी थाना प्रभारी को अपने बीच पाकर उनकी सहजता और सरलता पर मंत्रमुग्ध होते नजर आये।
नवधा रामायण का हुआ समापन
बताते चलें कि ग्राम अमोरा (महंत) भांँठापारा में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी की असीम अनुकंपा से अखंड नवधा रामायण का तीन अक्टूबर को कलश यात्रा / देवपूजन के साथ पं० विश्राम प्रसाद पांडेय के आचार्यत्व में शुभारंभ हुआ था जिसके मुख्य यजमान सतीष भारती देवी कश्यप रहे। नवधा रामायण समिति के संचालक प्रमोद साहू ने बताया कि बीती रात्रि शास्त्रीय/भजन/फिल्मी/संगीत संगीत प्रतियोगिता कई प्रतिभागियों के बीच संपन्न हुआ। जिसमें निर्णायक समिति के निर्णयानुसार शास्त्रीय संगीत में प्रथम पुरस्कार शत्रुहन श्रीवास कुटरा , द्वितीय अनिता साहू बेडपरासदा एवम तृतीय बसंत यादव पुटपुरा को और लोकसंगीत में प्रथम पुरस्कार टुंडरा को , द्वितीय पुरस्कार नवापारा को एवं तृतीय पुरस्कार मुड़पार को मिला। इसी तरह से फिल्म संगीत में प्रथम पुरस्कार नवापारा को , द्वितीय पुरस्कार गौद को एवं तृतीय श्रेणी में रसौटा को मिला है। सभी में प्रथम पुरस्कार 2551 रूपये , रामायण ग्रंथ , प्रशस्ति पत्र , श्रीफल। वही द्वितीय पुरस्कार में 2051 रूपये , रामायण ग्रंथ , प्रशस्ति पत्र , श्रीफल एवम तृतीय श्रेणी की पुरस्कार में 1551 रूपये , रामायण ग्रंथ , प्रशस्ति पत्र एवं श्रीफल दिया गया है। ये सभी पुरस्कार नवधा रामायण समिति के सदस्यों एवं ग्राम के भूतपूर्व सरपंच रामकिशुन कश्यप द्वारा प्रदान किया गया। वहीं आज हवन/ सहस्त्रधारा/ब्राह्मण भोजन के साथ ही इस नवधा रामायण का समापन हुआ।