जिला अधिवक्ता संघ ने रायगढ़ में हुए घटना अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार को लेकर मुख्य्मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन।

कैलाश कश्यप जांजगीर-चांपा::जाज्वल्य न्यूज़::रायगढ़ में हुए तहसील कार्यालय में अधिवक्ताओ के द्वारा बिना रिश्वत के कोई भी फाइल नहीं बढ़ाने वाले लिपिक के खिलाफ नारा बाजी कर रहे थे इस दौरान लिपिक बीच में आ गया उस वक्त ऐसा क्या वज़ह रहा और वकीलों को कुछ बातो उकसाया गया जिसको लेकर अधिवक्ताओं के भीड़ ने लिपिक पर हाथापाई करने उतारू हो ग, बीच बचाव में आए नायब तहसीलदारों के बीच अपशब्द एवं दुर्व्यवहार को लेकर के हाथापाई हो गया। इस बात की पुष्टि दोनों तरफ से अभी तक सामने नहीं आ पाया है और संशय बना हुआ है कि आखिरकार इस घटना की असल वजह क्या है दोषी कौन है, इस अनिश्चिशताओ बीच प्रदेश भर में कनिष्ठ सेवा संगठन, पटवारी संगठन, लिपिक संघठन, कोटवार संगठन सहित आरोपी के खिलाफ कार्यवाही ना होने से कारण अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गए है।
तो वही अधिवक्ताओं के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर आज प्रदेश भर में स्टेट बार काउंसिल के निर्देशन पर जिला में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देते हुऐ करप्शन पर लगाम लगाने अधिवक्ताओं के साथ किए गए दुर्व्यवहार करने वाले तहसील में पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही हो साथ ही राजस्व में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों के कार्यों की जांच हो बिना विधिक ज्ञान के न्यायलीन कार्य करने पर रोक लगाने की भी मांग किया है।
सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार जिला अधिवक्ता संघ में बिना प्रस्ताव के स्टेट बार काउंसिल के आदेश पर समर्थन किया है इस बात को

जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेश शर्मा ने सिरे से खारिज करते हुए बताया है अधिवक्ता संघ केवल पैरवी करते समय अलग रहते और बार रूम आते ही अपनी हक और अधिकार के लिए संघठन का निर्णय को सर्वसम्मति से मान्य करते है।
वही अधिवक्ता संघ ने हुंकार भरते हुए कहां अधिवक्ता और कनिष्ठ सेवा संघ की यह लड़ाई जमीन और आसमान की तरह है एक तरफ 300 तहसीलदार और दूसरी तरफ 30,000 वकील जब हम आंदोलन में आ जाएंगे तो हिंदुस्तान हिल जाएगा बात जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष ने कहा।











