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जंगल में अनाचार

जांजगीर-चांपा : जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। पामगढ़-शिवरीनारायण मार्ग पर अपने परिचित के साथ घूमने निकली एक आदिवासी नाबालिग युवती को रास्ते में रोककर आरोपियों ने जंगल में ले जाकर उसके साथ सामूहिक अनाचार किया। युवती के दोस्तों को बंधक बनाकर परिजनों से मोटी रकम की फिरौती माँगी गई।घटना 9 सितंबर की बताई जा रही है। आदिवासी नाबालिग युवती अपने परिचित के साथ मोटरसाइकिल से शिवरीनारायण जा रही थी, तभी राहौद के पास चार युवक दो बाइक और एक स्कूटी में आए और उन्हें रोक लिया। युवती और उसके दोस्त को डराकर जंगल में ले जाया गया। वहाँ आरोपियों ने युवती के साथ बारी-बारी से घिनौनी हरकत की।इतना ही नहीं, आरोपियों ने मोबाइल से वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग की कोशिश की और पीड़िता के दोस्तों से मोटरसाइकिल व मोबाइल छीन लिए। बाद में पीड़िता के दोस्तों को बंधक बनाकर उनके घरवालों से 2 लाख रुपये की फिरौती माँगी। पीड़िता को धमकी देकर छोड़ दिया गया कि यदि उसने घटना की जानकारी किसी को दी तो उसे जान से मार दिया जाएगा। भय के कारण युवती ने रातभर यह बात किसी को नहीं बताई, लेकिन अगले दिन उसने साहस जुटाकर अपने परिजनों को जानकारी दी।शिकायत मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर तीन आरोपियों—उत्तम प्रताप खूँटे, दुर्गेश सहिस और खगेन्द्र गोंड़—को गिरफ्तार कर लिया। चौथा आरोपी अब भी फरार है। आरोपियों के कब्जे से मोटरसाइकिल और मोबाइल जब्त किए गए हैं।आरोपियों पर सामूहिक अनाचार, अपहरण, फिरौती और आईटी एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि फरार आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है।इस घटना ने क्षेत्र में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। आदिवासी समाज और ग्रामीण संगठनों ने पीड़िता को न्याय दिलाने और दोषियों को कठोर सज़ा देने की मांग की है।

 

 

 

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