कांग्रेस प्रत्याशी चयन के लिए पार्टी ने गाइड लाइन तैयार किया, लेकिन नियम का पालन करना ही भूल जाते है जिम्मेदार…..

ब्यूरो रिपोर्ट जाज्वल्य न्यूज़ जांजगीर चांपा।
कांग्रेस का नियम कहा लागू होता है,,,
AICC एवं PCC ने प्रत्याशी चयन को लेकर कई नियम कायदे बनाए थे जो वर्तमान स्थिति में धरातल पर नहीं दिख रही है देखा जा रहा है कई विधानसभा में प्रत्याशी चयन को लेकर काफी गहगहमी हुई है,जिसको लेकर कांग्रेस हाई कमान कड़े नियम बनाये है, लेकिन पूर्व में दलबदल नेता और कांग्रेस द्वारा तय किए गए प्रत्याशी के विरोध में चुनाव लड़ने वाले नेताओं को निष्कासन से लेकर पदाधिकारी नही बनाने तक का निर्णय पारित हुआ था लेकिन जांजगीर चांपा विधानसभा में उम्मीदवारी की दावा ठोकने वाले नेताओं ने एक सुर में बाहरी प्रत्याशियों को विधानसभा में जगह न देने की जमकर विरोध किया,अब इस बात के लिए बड़ा पेच फंसा हुआ है कि दलबदल कर पार्टी मे आने वाले नेता और किसी भी चुनाव मे कांग्रेस द्वारा चयनित प्रत्याशी के विरोध में चुनाव लड़ने वाले नेताओं का निष्कासन करने की बात कही थी लेकिन कुछ चुनाव में सीधे विरोध किया और हार का भी सामना करना पर,इस तरह के वाक्य फिर से याद ताजा कर गया और कांग्रेस नियम कायदा को फिर से दरकिनार कर प्रत्याशियों की चयन करने में लगे है पूर्व में दलबदल नेता एवं कांग्रेस प्रत्याशी के विरोध में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी भी दावा ठोक रहे हैं वर्तमान में जब बाहरी प्रत्याशियों का जमकर विरोध हो सकता है तो दलबदल नेता और पार्टी के विरुद्ध चुनाव लड़ने वाले नेता के खिलाफ आखिर क्यों विरोध नहीं हो रहा है देखने वाली बात यह होगा कि दलबदल नेता और पार्टी के विरोध में चुनाव लड़ने वाले नेता की हाई कमान किस तरह कार्रवाई करते हैं और उन्हें दावेदारी से वंचित करते है,
जांजगीर चांपा विधानसभा में कांग्रेस द्वारा दावेदारी के लिए आवेदन मांगे थे जिसमें 43 से ऊपर नाम आए हुए थे जिसको जीतने वाले प्रत्याशियों का जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा तीन नाम भेजना था लेकिन विवाद के स्थिति होने के कारण शीर्ष नेताओं के दबाव में 6 नाम भेजे गए हैं भेजे गए नामो में इस तरह के नेताओं के नाम भी है जो समय आने पर साफ-साफ अपनी खुद की बनाए गए नियम को दरकिनार कर उम्मीदवार तय करेंगे या नियम को यथावत रखकर अन्य दावेदारों को प्रत्याशी बनाया जाएगा।
बाहरी प्रत्याशी दल बदल एवं पार्टी विरोधी नेता को छोड़ दिया जाए तो 6 में से तीन नाम ही बच जाएंगे इसमें से किसके सिर पर प्रत्याशी का सेहरा बंधेगी यह तो प्रत्याशी घोषणा के बाद ही तय हो पाएगा ।












