विधानसभा का आज से शुरू . विपक्ष द्वारा सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं।

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एक्सप्रेसवे निर्माण में अनियमितता, आरक्षण,शासकीय योजनाओं का सही क्रियान्वयन और बढ़ते अपराध के मुद्दे पर सदन का पारा चढ़ सकता हैसत्ता पक्ष और विपक्ष ने सदन में सवाल जवाब को लेकर पूरी तैयारी कर लीशीतकालीन सत्र में हंगामे के आसार
रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सोमवार को सबसे पहले भानुप्रतापपुर से निर्वाचित कांग्रेस विधायक सावित्री मंडावी को शपथ दिलाई जाएगी इसके बाद मंगलराम उसेंडी जो अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य थे. उनके निधन पर सदन में इस बात का उल्लेख किया जाएगा. यह सत्र दो जनवरी से 6 जनवरी तक चलेगा. इस सत्र में पांच बैठकें होंगी. जहां एक और विपक्ष ने सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है, वहीं सत्तापक्ष ने भी विपक्ष के सवालों का मुंहतोड़ जवाब देने कमर कस ली है. ऐसे में विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है. साथ ही चुनावी वर्ष होने की वजह से भी सत्र में पक्ष विपक्ष के द्वारा अपनी बात दमदारी से रखी जाएगी जिससे जनता के बीच उनकी पार्टी का अच्छा संदेश जा सके।
2 से 6 जनवरी तक चलेगा सत्र: बता दें कि यह सत्र 2 जनवरी से 6 जनवरी तक चलेगा जिसमें 5 बैठकें होंगी इस दौरान विपक्ष ने सवालों के जरिए सत्तापक्ष को घेरने तैयारी कर रखी है कई मुद्दों को लेकर विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरता नजर आएगा. वहीं सत्ता पक्ष भी विपक्ष के इन सवालों का जवाब देने तैयार नजर आ रहा है. यही वजह है कि विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है. छत्तीसगढ़ मेंसाल 2023 के अंत तक विधानसभा चुनाव संपन्न होने हैं. ऐसे में यह चुनावी साल है, और चुनावी साल होने की वजह से इस बार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा का आक्रामक रूप देखने को मिल सकता है. भाजपा शीतकालीन सत्र के दौरान कोई भी ऐसा मौका नहीं छोड़ेगी, जिससे सरकार को घेरा जा सके. सरकार को घेरने के लिए भाजपा के द्वारा बड़े पैमाने पर रणनीति तैयार की गई है. तो उधर कांग्रेस भी बीजेपी को हमलावर होने का मौका देती नजर नहीं आएगी. कांग्रेस की तरफ से भी तैयारी पूरी कर ली गई है
विपक्ष की तरफ से इन मुद्दों पर सरकार को घेरने की है तैयारी: हालांकि भाजपा पहले ही कह चुकी है कि सरकार को घेरने के लिए उनके पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है. कई ऐसे मुद्दे हैं जिस पर वे सरकार को घेरते नजर आएंगे. खासकर आरक्षण, रोजगार, नियमितीकरण, शासकीय योजनाओं का सही क्रियान्वयन का ना होना इम मुद्दों में शामिल है. भ्रष्टाचार , बढ़ते अपराध सहित कई ऐसे विषय हैं जो सदन में गूंजेंगे. इसके अलावा विपक्ष कई मुद्दों पर ध्यान आकर्षण और स्थगन ला सकता है. यही वजह है कि इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है.
विपक्ष के सवालों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सत्ता पक्ष ने कसी कमर: वहीं सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष के सवालों का मुंह तोड़ देने का मन बनाया है. सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष की ओर से लगने वाली सवालों की झड़ी का जवाब देने कमर कस ली है. सत्ता पक्ष का भी दावा है कि विपक्ष कोई भी सवाल लाए ,उसका जवाब देने के लिए हम तैयार हैं. इस दौरन सत्ता पक्ष यह भी आरोप लगाती नजर आई कि विपक्ष हमेशा सवाल पूछता है लेकिन जवाब सुनाने से भगता नजर आता है.
प्रश्नकाल और ध्यानाकर्षण और स्थगन का जवाब देने को हम हैं तैयार: खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कहते हैं कि” विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर हमारी तैयारी पूरी है. चाहे प्रश्नकाल हो, ध्यान आकर्षण हो या स्थगन हो, सबका जवाब देने के लिए हम तैयार हैं”. वहीं पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने सत्र को लेकर कहा कि “हमारी सरकार विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए तैयार है. विपक्ष जो भी प्रस्ताव लाएगा, चाहे ध्यानाकर्षण हो, स्थगन हो, हर मुद्दों पर चर्चा करने के लिए हमारी सरकार तैयार है”. मोहन मरकाम ने कहा कि “सरकार ने अपनी प्रारंभिक तैयारी कर ली है. विपक्ष तार्किक ढंग से कोई मुद्दा रखता है, तो सरकार उस पर चर्चा करने के लिए हमेशा तैयार है. अगर भारतीय जनता पार्टी सदन से वॉकआउट करती है तो इसका मतलब साफ है, पार्टी अपनी तैयारी नहीं कर पाई है. हल्ला करके समय बर्बाद करना चाहती हैं”
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बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर किया पलटवार: वहीं विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अजय चंद्राकर का कहना है “कि कांग्रेस सरकार हर मोर्चे पर विफल है. सरकार से हर मुद्दे पर जवाब मांगा जाएगा. कांग्रेस ने जनघोषणा पत्र में नियमितीकरण का वादा किया था. चार वर्ष बीत गए. नियमितीकरण नहीं हो सका है. प्रदेश के सभी सरकारी विभागों, निगम-मंडलों में लगभग ढाई लाख कर्मचारी संविदा, दैनिक वेतन भोगी, ठेका, मानदेय और प्लेसमेंट के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. नियमितीकरण और अनुकंपा नियुक्ति को लेकर प्रदेश में लोग आंदोलनरत हैं.”
सदन की कार्यवाही का ब्यौरा: सोमवार को सत्र में प्रश्न उत्तर के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वन मंत्री मोहम्मद अकबर और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रूद्र कुमार अपने विभाग से संबंधित लगे सवालों का जवाब देंगे. इसके अलावा दो ध्यानाकर्षण भी लगाए गए हैं. जिसमें पहला ध्यानाकर्षण भाजपा विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के द्वारा लगाया गया है. चंदेल जिला बलरामपुर रामानुजगंज जल संसाधन विभाग के संभाग क्रमांक 2 में मुआवजा वितरण राशि में अनियमितता किए जाने की ओर जल संसाधन मंत्री का ध्यान आकर्षित करेंगे.वहीं दूसरा ध्यानाकर्षण सत्ता पक्ष के विधायक सत्यनारायण शर्मा के द्वारा लगाया गया है. जिसमें रायपुर के तेलीबांधा एक्सप्रेस-वे का निर्माण गाइडलाइन के अनुरूप नहीं किए जाने की ओर लोक निर्माण मंत्री का ध्यान आकर्षित कराया जाएगा. इसके अलावा शासकीय कार्य किए जाएंगे।











