News

जिले के रेत घाटों में कायदा कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है। जहां 12 टन रेत परिवहन की अनुमति है, वहीं 45 से 50 टन तक हाइवा में रेत परिहवन किया जा रहा है।

जांजगीर-चांपा::जाज्वल्य न्यूज़:: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी सड़क में भी ये हाइवा बेखौफ दौड़ रही है, जबकि पीएम सड़क में भारी वाहनों के आवाजाही पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद प्रशासन और खनिज विभाग के संरक्षण में रेत से भरी हाइवा बेखौफ दौड़ रही है। हमनें भादा नवापारा रेत खदान में जाकर पड़ताल भी की, जहां पीएम सड़क में रेत से भरी हाइवा आवाजाही कर रही थी। इसके साथ ही यहां मशीन के जरिए हाइवा में रेत का खनन कर लोडिंग किया जा रहा था, जबकि श्रमिकों के माध्यम से लोडिंग कराने का प्रावधान है। इस तरह की शिकायत सभी रेत घाटों का है, फिर भी खनिज विभाग ने अपनी आंखें मूंद ली है।

जांजगीर विधायक नारायण चंदेल ने भी शासन प्रशासन के शह पर रेत माफियाओं के सक्रिय होने का आरोप लगाया है। विधायक रेत घाटों में बरती जा रही लापरवाही के खिलाफ कई बार अधिकारियो अवगत कराया है यह काम खनिज विभाग और सरकार के s संरक्षण में हो रहा है।

ओंकार सिंह गहलोत, जिलाध्यक्ष शिवसेना ने कहा प्रधानमंत्री सड़क में रेत भरे भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने की मांग करते हुए शिवसेना ने चेतावनी दी है, यदि तत्काल पीएम सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही नहीं रूकी तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

Back to top button