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बढ़ती ठंड में सहारा बना तिलक सेवा संस्थान

जांजगीर-चाम्पा एवं शक्ति जिले में सेवा अभियान

जांजगीर-चाम्पा। लगातार गिरते तापमान और बढ़ती ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। इस कड़ाके की सर्दी में जहां लोग अपने घरों में हीटर और रजाइयों का सहारा ले रहे हैं, वहीं फुटपाथ, रेलवे स्टेशन, मंदिर परिसर और झुग्गी-झोपड़ियों में जीवन गुजारने वाले बेसहारा और जरूरतमंद लोगों के लिए यह समय किसी बड़ी परीक्षा से कम नहीं है। रातें उनके लिए और भी भयावह हो जाती हैं, जब ठंडी हवाएं उनके शरीर को कंपकंपा देती हैं। ऐसे कठिन समय में मानवता की मिसाल पेश करते हुए तिलक सेवा संस्थान, अफरीद (छत्तीसगढ़) सेवा प्रयास कार्यक्रम के अंतर्गत जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में संस्थान के सक्रिय सहयोगी सदस्य दिनेश राठौर ने संवेदनशीलता और सामाजिक दायित्व का परिचय देते हुए चांपा रेलवे स्टेशन सहित विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर ठंड से जूझ रहे लोगों को 25 नग कंबल वितरित किए। इस पुनीत कार्य में समाज के अन्य जागरूक लोगों ने भी सहभागिता निभाई। जांजगीर के एक शिक्षक द्वारा 5 नग कंबल तथा ग्राम अफरीद के एक व्यवसायी द्वारा 5 नग कंबल एवं गर्म कपड़ों का वितरण किया गया। जब ठंड से कांपते हाथों में कंबल पहुंचे, तो उन बेसहारा लोगों के चेहरों पर राहत, संतोष और कृतज्ञता की झलक साफ दिखाई दी मानो किसी ने उनके दर्द को समझ लिया हो।इस अवसर पर दिनेश राठौर ने कहा कि वर्तमान समय में कड़ाके की ठंड सबसे अधिक उन लोगों को प्रभावित कर रही है, जिनके पास न तो पक्की छत है और न ही ठंड से बचाव के पर्याप्त साधन। ऐसे में समाज के सक्षम और संवेदनशील लोगों का दायित्व है कि वे आगे आकर सहयोग करें। छोटे-छोटे प्रयास भी किसी के जीवन में बड़ी राहत बन सकते हैं। तिलक सेवा संस्थान यह सेवा प्रयास न केवल जरूरतमंदों को ठंड से राहत दे रहा है, बल्कि समाज को यह संदेश भी दे रहा है कि सच्ची सेवा वही है, जो पीड़ित मानवता के चेहरे पर मुस्कान लौटा दे।

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