4 अप्रैल से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे मनरेगा अधिकारी कर्मचारी संघ को प्रशासन से नहीं मिला हड़ताल जारी रखने की अनुमति।

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::विगत 4 अप्रैल से लगातार 22 दिन तक मनरेगा अधिकारी कर्मचारी संघ द्वारा अपनी 2 सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है प्रदेश में विभिन्न मांगों को लेकर या कई कार्यक्रम रैलियों का आयोजन किया जाता रहा है जिस पर कई तरह के वाद विवाद की स्थिति बन जाती है जिसको लेकर प्रदेशभर में सभी जिलाप्रशासन द्वारा गाइडलाइन जारी करते हुए धरना आंदोलन एवं रैलियों पर अनुमति लेना अनिवार्य कर दिया गया है। पूर्व में विधिवत सूचना देकर अनिश्चित कालीन आंदोलन पर बैठे मनरेगा अधिकारी कर्मचारियों ने प्रशासनिक गाइडलाइन का पालन करते हुए पुनः अपनी मांगों को लेकर किया जा रहे हड़ताल को आगे बढ़ाने के लिए अनुमति मांगी गई इस पर प्रशासन ने लिखित रूप से में हड़ताल बंद करने की आदेश दिया गया और चेतावनी देते हुए हड़ताल को अनवरत जारी रखने पर कार्यवाही की बात कहा गया है।

प्रशासनिक दबाव बन रहा सचिव पर
प्रशासन की ओर से पंचायत सचिव पर लगातार दबाव बनाकर बिना कार्य कई पंचायतों में ई मस्टर रोल जनरेट करा दिया गया है जबकि पंचायत में किसी प्रकार के कार्य प्रारंभ नही हुआ और नही मजदूर जाने को तैयार है।
भूपेन्द्र सिंह जिला अध्यक्ष पंचायत सचिव संघ जांजगीर चांपा ने बताया रोजगार सहायक सहित समस्त मनरेगा स्टॉप हड़ताल पर है और उनकी जायज मांग का पूरी समस्त सचिव का समर्थन है हमारे द्वारा मनरेगा की कोई भी कार्य नही किया जाएगा जिसकी सूचना प्रशासन को पंचायत सचिव संघ द्वारा लिखित रूप दिया जा चुका है।

रोजगार सहायक संघ के जिला अध्यक्ष जगत पटेल ने बताया कि यह शासन प्रशासन की दमनकारी नीति है हमारे द्वारा शांति पूर्वक अपनी जायज मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखने अनुमति मांगा गया था जिस पर जिला प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिया गया और हड़ताल जारी रखने की स्थिति में कार्यवाही करने की बात कही गई है क्योंकि हम पूर्व से सूचना देकर विधिवत शांतिपूर्वक अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जब तक हमारी मांगे पूर्ण नहीं होती तब तक हम अपनी आंदोलन सरकार के खिलाफ जारी रखेंगे।











