प्रदेश पंचायत सचिव सरकार के विरोध में 7मार्च को निकालेंगे वादा निभाओ रैली।

जांजगीर-चांपा::जाज्वल्य न्यूज़::छत्तीसगढ़ प्रांत में विगत 26 वर्षों से 10568 पंचायत सचिव अपनी सेवाएं दे रहे हैं ग्रामीण अंचल में शासन के समस्त योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का जिम्मेदारी के साथ ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं संगठन द्वारा अपनी लंबित मांग शासकीय करण के संबंध में 26 दिसंबर 2020 से 23 दिसंबर 2021 तक कुल 26 दिन शासन का ध्यानाकर्षण करने शांतिपूर्ण आंदोलन किया पंचायत मंत्री के आश्वासन पश्चात 23 जनवरी 2021 को हड़ताल स्थगित कर 24 जनवरी को मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री के समक्ष प्रदेश पंचायत सचिव संगठन के प्रतिनिधि मंडल के साथ चर्चा में मुख्यमंत्री द्वारा दिसंबर 2021 में शासकीय करण का सौगात देने का वादा किया गया, मुख्यमंत्री द्वारा वादा पूर्ण करने का समय 2 माह बीत जाने के बाद अभी तक किसी प्रकार की सकारात्मक पहल 7 सूत्री मांग को लेकर नहीं निकाला गया है।
संगठन द्वारा प्रदेश के सभी 28 जिलों पर 7 मार्च को जिला मुख्यालय में कलेक्टर को मुख्यमंत्री एवं पंचायत मंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम पर एवं जिला पंचायत सीईओ को मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के नाम ज्ञापन सौंपेंगे जिले के सभी पंचायत सचिव इस आंदोलन में भाग लेकर जिला अध्यक्ष के साथ अपनी संख्या बल का सक्ति प्रदर्शन दिखाएंगे। इसके बाद 9 मार्च को प्रदेश की राजधानी रायपुर में प्रदेश पंचायत सचिव संघ के सभी 10568 पंचायत सचिव द्वारा विधानसभा का घेराव कर अपने 1 सूत्री मांग परीक्षा अवधि पश्चात शासकीय करण का ज्ञापन देकर मांग करेंगे शासकीय करण मांग को पूरा नहीं करने स्थिति में छत्तीसगढ़ के समस्त पंचायत सचिव भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। शासन प्रशासन के अत्यधिक दबाव में अक्टूबर 2020 से आज पर्यंत तक कुल 14 माह में 76 पंचायत सचिव असमय मौत के गाल में समा गए जिसमें चार पंचायत सचिव द्वारा आत्महत्या कर लिया गया उसके परिवार को शासन प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का आर्थिक सहायता अभी तक प्रदान नहीं किया गया है आत्महत्या के लिए उकसाने वाले दोषी लोगों के विरुद्ध पुलिस विभाग द्वारा किसी प्रकार का कार्यवाही आज पर्यंत नहीं किया गया जबकी अनुग्रह राशि 50000 की जगह केवल 25000 दिया गया। लगभग 50 पंचायत सचिव जो सेवा अवधि पूर्ण कर सेवानिवृत्त हो गए हैं।पंचायत सचिव का भर्ती नियम 29.8.2008 के कंडिका क्रमांक 7 में पंचायत सचिव की सेवाएं जिला संवर्ग की मानी गई है लेकिन पंचायत सचिव के सेवानिवृत्ति पश्चात जिला संवर्ग के नियमित कर्मचारियों के अनुरूप किसी प्रकार की सहयोग नहीं किया जाता है।
पंचायत सचिव 29 विभागों के 200 प्रकार के कार्य को जमीनी स्तर तक जिम्मेदारी है और इमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हुए राज्य शासन एवं केंद्र सरकार के समस्त सभी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य करते रहे हैं।
वैश्विक महामारी कोविड-19 में ग्रामीण जन की सुरक्षा हेतु सभी प्रकार के कार्य को भी टेस्ट को भी टीकाकरण सहित सभी कार्य को सफलतापूर्वक संचालन किया गया पंचायत सचिव के मेहनत एवं परिणाम पूरे छत्तीसगढ़ में टीकाकरण कार्य का 100% लक्ष्य प्राप्ति की ओर पहुंच रहे हैं छत्तीसगढ़ शासन की अति महत्वपूर्ण योजना गोधन न्याय योजना, नरवा गरवा घुरवा बारी के तहत गठान निर्माण,राजीव गांधी, ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना एवं मनरेगा के कार्यों का अब तक पूरी जिम्मेदारी और निष्ठापूर्वक निभाते रहे। छत्तीसगढ़ सरकार को राष्ट्रीय पंचायत दिवस के अवसर पर 12 राष्ट्रीय पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है जो पंचायत सचिव अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर ईमानदारी पूर्वक कार्य को अंजाम दिए यह भी उसी का नतीजा है।
कुर्सी के लड़ाई एवं गुटबाजी का शिकार हो गए पंचायत सचिव।
पंचायत सचिव का शासकीय करण अब तक नहीं हो पाया उसका मुख्य कारण है सरकार की गुटबाजी मुख्यमंत्री के कुर्सी के लड़ाई में पीस रहे है। जिस कारण पंचायत सचिव को नजरअंदाज किया जा रहा है जबकि पंचायत सचिव सरकार द्वारा लाए गए हर योजनाओं को निष्ठा पूर्वक कर रहे हैं।











