चांपा में अवैध प्लाटिंग की भरमार फिर भी गठित जांच टीम नहीं ले रही रुचि कलेक्टर के आदेश के हफ्ते भर बाद भी मौके पर नहीं पहुंच पा रहे हैं जांच टीम के सदस्य

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::चांपा शहर में हुई अवैध प्लाटिंग व अवैध कालोनी निर्माण पर शिकंजा कसने कलेक्टर ने टीम तो बना दी है, लेकिन हफ्ते भर बाद भी टीम जांच व कार्रवाई को लेकर उतने गंभीर नहीं है, जितना की होना चाहिए। हमनें टीम के प्रभारी सहित दो सदस्यों से भी बात की तो उनका जवाब केवल हीलाहवाला ही था। हालांकि मीडिया की नजर इस टीम की जांच व कार्रवाई पर है।
आपकों बता दें कि बीते 18 अगस्त को कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा ने जिला मुख्यालय जांजगीर और चांपा में हो रही अवैध प्लाटिंग व अवैध कालोनी की जांच व कार्रवाई करने के लिए टीम गठित की थी। लेकिन हफ्ते भर बाद भी टीम जांच करने रुचि नहीं ले रही है। अकेले चांपा की बात करें तो यहां के गली कूचों तक में अवैध प्लाटिंग है। चांपा का शायद ही ऐसा कोई कोना बचा होगा, जहां अवैध प्लाटिंग न हुई हो या हो रही हो। जमीन की दलाली में फायदा अच्छा होने के कारण जमीन दलालों की यहां बाढ़ आ गई है। चांपा के इर्द-गिर्द औद्योगिक संस्थानों की स्थापना है, जहां काम करने बाहरी लोगों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में समय की नजाकत को समझते हुए जमीन दलाल भी सक्रिय है और अवैध प्लाटिंग का कारोबार धड़ल्ले से फल फूल रहा है। क्योंकि शासन के मापदंडों को ताक पर रखकर जहां-तहां अवैध प्लाटिंग की जा रही है, जिससे नगरपालिका को राजस्व की भी हानि हो रही है। इसके अलावा अपनी जीवन भर की कमाई इस तरह अवैध प्लाटिंग में गंवाने के बाद लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए परेशानी होती है, क्योंकि नियम विरूद्ध प्लाटिंग में निवास करने वालों के लिए नगरपालिका नाली, सड़क सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराने रुचि नहीं लेती। ऐसे एक नहीं, चांपा में कई मामले है, जहां प्लाटिंग लेने के बाद लोग पछता रहे हैं।
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कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा द्वारा बनाई गई टीम के प्रभारी चांपा एसडीएम श्रीमती अराध्या राहुल कुमार से जब हमनें इस संबंध में बात की तो उनका कहना है कि कलेक्टर ने टीम तो गठित की है। मामले में जांच व कार्रवाई के बाद प्रतिवेदन उन्हें भेजा जाएगा। जबकि इसके पूर्व हमनें चांपा नगरपालिका के सीएमओ प्रहलाद पाण्डेय से इस संबंध में बात की तो उनका कहना था कि वो अभी जांच में कहीं नहीं गए हैं। मौके पर जाने की योजना बन रही है। इसी तरह टाउन एंड कंट्री प्लानिंग जांजगीर के सहायक संचालक तामेश्वर देवांगन से जब हमनें इस संबंध में बात की तो उन्होंने भी यही जवाब दिया कि वो अभी जांच में कहीं नहीं गए हैं। इससे समझा जा सकता है कि अवैध प्लाटिंग की जांच व कार्रवाई के लिए बनी टीम इस जांच व कार्रवाई को लेकर कितने गंभीर है।











