अभिभावकों का सम्मेलन सह अंगना में शिक्षा 2.0 बच्चों के समग्र विकास में अभिभावकों की नैतिक जिम्मेदारी-जितेन्द्र तिवारी।

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::बिर्रा-संकुल बिर्रा विकासखंड-बम्हनीडीह में दिनांक 11अप्रैल को विकास खंड श्रोत समन्वयक एच के बेहार,शाला प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र तिवारी,स्वीकृति मंच प्रभारी डॉ उमेश कुमार दुबे व संकुल प्राचार्य एफ एल साहू के आथित्य में संकुल समन्वयक बिर्रा,डी डी एस बिर्रा,तालदेवरी,सिलादेही एवं प्रधान पाठकों पालकों माताओं की उपस्थिति में अभिभावक सम्मेलन सह अंगना में शिक्षा 2.0 मेला आयोजित किया गया।विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना पश्चात् वरिष्ठ प्रधान पाठक मुरारी लाल थवाईत ने उपस्थित अभिभावकों को कहा कि हमें शासन की योजना को कड़ाई से मिलकर पालन करना चाहिए। बीआरसी एच के बेहार ने कहा कि ग्रीष्मकालीन शैक्षिक कार्य बाल वाटिका तीसरी से पांचवीं सरल प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन(असर), छठवीं से आठवीं नवाजतन/स्वीकृति मंच,पहली से बारहवीं उपचारात्मक शिक्षण पर समयानुसार कार्य करना है।अंगना में शिक्षा का शाब्दिक अर्थ बताते हुए आवश्यकता,महत्व,उद्देश्य, नियोजन व लाभ को बताया।स्वीकृति मंच प्रभारी डॉ उमेश दुबे ने उपस्थित पालकों माताओं व शिक्षकों को कहा कि कर्म की पूजा होती है हमें निरंतर कार्य करते रहना चाहिए।शाला प्रबंधन विकास समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि बच्चों के समग्र विकास में अभिभावकों की नैतिक जिम्मेदारी है।ट्रेनर कुसुम सूर्यवंशी तुलसी दिव्य सरिता लाल ने बच्चों के सर्वांगीण विकास में माताओं की भूमिका को काउंटर 1 से 9 तक के कौशलों को गतिविधि के साथ नमूना/प्रर्दशन कराते हुए बताया गया।अंगना में शिक्षा सपोर्ट कार्ड भरने के तरीके,संतुलन बनाकर चलना,रस्सी कूदना,पेपर फोल्डिंग,मिलान,रंग पहचान, वर्गीकरण,क्रम से लगाना, चित्र वाचन,आकर पहचान, गिनना,अंक पहचान,जोड़ घटाव,बच्चों का कोना,रंग भरे,लिखे,भाव पहचाने आदि पर विस्तार पूर्वक बताया व चर्चा परिचर्चा किया गया।











