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हसदेव जंगल काटे के बिरोध म छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना करही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के प्रदेश भर म पुतरा दहन।

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::
आखिरकार हमर अऊ तुंहर लाख बिरोध के बाद भी 27 सितंबर के बिहनिया 6 बजे ले हमर हसदेव के हजारों बछर जुन्ना जंगल ल फेर काटे के शुरुआत कर दिये गीस ।
छत्तीसगढ़ महतारी के गरभ म खनिज के भंडार होना ही ओखर बरबादी के कारण बनगे । अडानी जईसे चील कंऊवा गिधवा मन हमर छत्तीसगढ़ महतारी के कोख ल फोर के, अंतड़ी ल हेर के, पेट भीतरी के हीरा ल लूटत हे, मुख्यमंत्री अऊ प्रधानमंत्री, सत्तापक्ष अऊ विपक्ष मन मिलीभगत करके अईसन दरिंदगी के भरपूर संग देवत हे । पक्ष-विपक्ष संघरा मिल के विधानसभा म हसदेव जंगल बचाय के संकल्प पारित करे के नाटक करथे, मंत्री मन प्रेसवार्ता करके हसदेव कोयला प्रोजेक्ट ल बंद करे के झूठा घोषणा करथे अऊ दूसर दिन ले हजारों के फोर्स भेज के जंगल के हत्या करे के शुरुआत कर देथे । सैकड़ों गरीब गांववासी, पंच-सरपंच अऊ आंदोलनकारी मन ल अत्याचारी सरकार द्वारा रातोंरात जेल म डार दिये जाथे ।
आवव, छत्तीसगढ़ के आम जनता अपन घर ले निकल के बिरोध बर जुरियाओ संगवारी हो , छत्तीसगढ़ ल बचाए के मुहिम म खांध जोर के संग देवव नहीं ते सरकार अऊ उद्योगपति मन के खतरनाक गठजोड़ ह हमर हरियर रत्नगर्भा भूंईया ल बंजर करके रेगिस्तान बना के छोड़ही ।
28 तारीख दिन बुधवार के मंझनिया छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना छत्तीसगढ़ के हरेक जिला मुख्यालय म हसदेव जंगल ल उजाड़े के पुरजोर विरोध करत एकर बर जिम्मेदार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अऊ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूनो के पुतरा बारही । ये लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन म प्रदेश के समस्त संवेदनशील जनता अऊ छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के सेनानी मन शामिल होवव ।

(टीप:- छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जिलाध्यक्ष/जिला पदाधिकारी मन ये कार्यक्रम ल शांतिपूर्ण अऊ लोकतांत्रिक ढंग ले संपन्न करहीं)

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