राजनांदगांव की बेटी ने हरियाणा में एक बार फिर से कमाल किया है. ज्ञानेश्वरी यादव ने को स्वर्ण पदक दिलाया है.

ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज जांजगीर चांपा::राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव की बेटी ने एक बार फिर से कमाल किया है. ज्ञानेश्वरी यादव ने छत्तीसगढ़ को स्वर्ण पदक दिलाया है. हरियाणा के पंचकूला में चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में वेटलिफ्टिंग छत्तीसगढ़ को राजनांदगांव की बेटी ज्ञानेश्वरी यादव ने पहला स्वर्ण पदक दिलाया है.
ज्ञानेश्वरी ने 49 किलोग्राम वजन वर्ग में 76 किलोग्राम स्नैच और 88 किलोग्राम क्लीन एंड जर्क कुल 164 किलोग्राम वजन उठाकर छत्तीसगढ़ को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है. राजनांदगांव को राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाली ज्ञानेश्वरी यादव ने हाल ही में ग्रीस में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल प्राप्त किया था.
ज्ञानेश्वर यादव ने हरियाणा के पंचकुला में चल रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स के वेटलिफ्टिंग में अपने खेल का जौहर दिखाते हुए छत्तीसगढ़ को स्वर्ण पदक दिलाया है. इसके बाद शहर ही नहीं पूरे प्रदेश में खुशी की लहर है. वहीं उनके पिता का कहना है की यह जो मैडल है वह मेरी बेटी ने दिलाया है और राजनांदगांव ही नहीं पूरे प्रदेश का मान बढ़ाया है. आने वाले समय में इसी तरीके से खेलती रही तो हमें उम्मीद है कि ओलंपिक में भी ज्ञानेश्वरी मेडल लेकर आएगी और देश का नाम रोशन करेगी. ज्ञानेश्वरी के पिता दीपक यादव अपनी बेटी की इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं.
छत्तीसगढ़ में बनेंगी एएसआई
बता दें कि ज्ञानेश्वरी ने कुछ दिन पूर्व ग्रीस में आयोजित वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था. इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मान देते हुए ज्ञानेश्वरी को पुलिस विभाग में एएसआई का पद पर नियुक्ति की घोषणा की थी. इसके अलावा ज्ञानेश्वरी यादव को 500000 रुपयों की आर्थिक सहायता भी दी थी. बहरहाल देखना है होगा कि आने वाले समय में ज्ञानेश्वरी का खेल और कितना निकलता है और ज्ञानेश्वरी की झोली में और कितने मेडल आते हैं. फिलहाल ज्ञानेश्वारी की इस सफलता पर वेटलिफ्टिंग के खिलाड़ियों का हौसल और बढ़ा है.