जांजगीर चांपा

मिलना और बिछड़ना जिन्दगी की सतत प्रक्रिया अवधेश राठौर।

@ब्यूरो रिर्पोट जाज्वल्य न्यूज हिम्मत सच कहने की,जांजगीर–चांपा।

 

आज अंग्रेजी वर्ष 2022 का अंतिम दिन है. इस वर्ष न जाने कितने लोग हमारे जीवन से दूर चले गए और बहुत से नए लोग हमारे जीवन में प्रवेश कर गए. मिलना और बिछड़ना सतत प्रक्रिया है.

 

दिल की गहराइयों से उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने 2022 में मेरा सहयोग किया, समर्थन

 

किया, मुझे और अधिक मजबूत किया.

 

गलतियां करना मेरा सहज स्वभाव है. मेरे किन्ही शब्द या आचरण द्वारा जिनका भी मैंने दिल दुखाया है उनसे मैं अपनी अंतरात्मा से क्षमा की याचना करता हूं

 

कल से हम नव वर्ष 2023 में प्रवेश करेंगे. यह मंगल प्रवेश हम सबके जीवन में आरोग्यता, संपन्नता, दिव्यता, ऐश्वर्य एवं समृद्धि की अनंत वृद्धि करें. हमारा हर आज बीते हुए कल से बेहतर हो. इन्हीं शुभकामनाओं के साथ… जय मां काली।

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