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पूरी पारदर्शिता, ईमानदारी और संवेदनशीलता से कार्य करें राजस्व अधिकारी – कलेक्टर।

गिरदावरी कार्य में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित राजस्व अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई करने के दिए निर्देश।

राजस्व अमले का काम सिर्फ दफ्तर में बैठना नहीं, नियमित दौरा और आमजनता, किसानों को अधिकतम राहत उपलब्ध कराना है – कलेक्टर
कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक

कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर तहसीलवार राजस्व कार्यो की समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि किसी भी राजस्व अधिकारी के पास आमजनता की सेवा करने का सबसे ज्यादा अवसर होता है। राजस्व अधिकारी-कर्मचारी का कार्य केवल दफ्तर में बैठना नहीं होता बल्कि आमजनता, किसानों के हित में राजस्व अधिकारी को नियमित दौरा करना चाहिए तथा जमीनी स्तर पर दौरा करते हुए, आम लोगो से मिलकर उनकी समस्याओं को समझते हुए उन्हे अधिकतम सुविधा और राहत उपलब्ध कराने का प्रयास करना चाहिए। बैठक में कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों को पूरी पारदर्शिता, ईमानदारी और संवेदनशीलता के साथ आमजनता के हित में कार्य करने कहा। उन्होंने कहा कि गिरदावरी का कार्य राज्य के किसानों के हित में तथा राज्य सरकार का अत्यन्त महत्वपूर्ण कार्य है, इसलिए इस कार्य को त्रुटिरहित करें। बैठक में उन्होंने कहा कि गिरदावरी कार्य में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित राजस्व अधिकारी के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में उपस्थित सभी राजस्व अधिकारियों को आंगनबाड़ी, स्कूल, राशन दुकान, गौठान, शासकीय कार्यालयों आदि का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिए तथा आगामी नवरात्र पर्व को ध्यान में रखते हुए मंदिरों में भीड़ और भगदड़ न मचे इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कहा। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को आगामी धान खरीदी कार्याें के लिए चिन्हाकित धान खरीदी केन्द्रों में जगह की उपलब्धता सहित अन्य व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रूरल इंडस्ट्रियल पार्क प्रोजेक्ट के तहत जिले के गौठानों को विकसित किया जाना है तथा छोट-छोटे उद्यमियों को रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के लिए गौठान में जमीन दिया जाएगा। इसलिए उन्होंने उपस्थित सभी राजस्व अधिकारियों को गौठान के जमीन का स्वामित्व गौठान समिति के पास होना सुनिश्चित करने कहा।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जांजगीर-चांपा जिले में किसानों की संख्या ज्यादा है। जिस कारण अनेक किसान और आमजन ऋणपुस्तिका, नामांतरण, बटांकन, जाति प्रमाण पत्र जैसे कार्याें के लिए राजस्व कार्यालयों में आते हैं, इसलिए जिले में आमजनता और किसानों के हित में राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रतिदिन समय पर कार्यालयों में पहुंच कर अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। जिससे किसी भी व्यक्ति को राजस्व कार्याें के लिए भटकना न पड़े। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को पूर्ण सेवा भाव से आमजन के हित में कार्य करने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही बैठक में सड़क दुर्घटना के भुगतान, चिटफंड, नक्शा बटाकंन, नक्शा नवीनीकरण, सीमाकंन, डायवर्सन, सहित अन्य विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में अपर कलेक्टर एस पी वैद्य, सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

गिरदावरी कार्य के लिए 30 सितम्बर तक है अंतिम तिथि –

राजस्व अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर ने बताया कि गिरदावरी कार्य पूर्ण कर खसरा एवं भूइयां साफ्टवेयर में प्रविष्टि के लिए 30 सितम्बर 2022 तक अंतिम तिथि निर्धारित की गई है, तथा 1 अक्टूबर से जो भी गिरदावरी सर्वेक्षण किए गए हैं उनका प्रारंभिक प्रकाशन किया जाना है। कलेक्टर ने इस प्रारंभिक प्रकाशन का ग्राम पंचायतों में व्यापक प्रचार-प्रसार कराते हुए पटवारी से पंचनामा कराने के निर्देश दिए। जिससे गिरदावरी कार्य में लिपीकिय त्रुटिवश किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पाए जाने पर किसानों के हित में इसका निर्धारित समय-सीमा में निराकरण किया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक प्रकाशन के पश्चात 10 अक्टूबर 2022 तक दावा-आपत्ति प्राप्त करने के लिए अंतिम तिथि निर्धारित की गई है। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को प्राप्त दावा-आपत्ति का निराकरण प्राथमिकता से करने कहा। जिससे किसानों को किसी भी प्रकार के नुकसान से बचाया जा सके।

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